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विशेष रिपोर्ट: यूपी मे आखिर क्यों जीत की तरफ बढ़ रहा है योगी बाबा का बुलडोजर, कहीं पीएम मोदी सहित ये फैक्टर तो नहीं हैं ?
जे.पी.चन्द्रा की विशेष रिपोर्ट
बिहार नेशन: उत्तर प्रदेश में रिजल्ट के रुझानों को लेकर बीजेपी के पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है। जिस तरह से रूझान आ रहे हैं उससे एक बार फिर से योगी आदित्यनाथ की सरकार बनते दिख रही है। मतगणना आज यानी गुरुवार को सुबह 8 बजे शुरू हुआ और कुछ देर के बाद ही रूझान आने शुरू हो गये । यूपी में अब यह चर्चा लोगों की बीच होने लगी है कि आखिर योगी को वोट जनता ने किस काम को लेकर दिया है। कहीं पीएम मोदी का चेहरा तो चुनाव का फैक्टर नहीं है? क्या पीएम मोदी का चेहरा एक ब्रांड के तौर पर पेश किया गया ? क्या कानून-व्यवस्था को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ की रणनीति काम आई ? साथ ही यह भी चर्चा है कि विकास का मुद्दा लोगों के लिए कितना अहम रहा ? क्या गरीबों को फ्री राशन देने की सरकार की योजना ने वोटरों के मन को बदल दिया ? क्या प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी के भाषणों से पार्टी को फायदा हुआ? ये तमाम सवाल लोगों के जेहन में उठने लगे हैं ।
बता दें कि बीजेपी ने कोरोना महामारी के दौरान गरीबों को फ्री राशन बांटने का काम किया। चुनाव प्रचार के दौरान कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फ्री राशन बांटने के मुद्दे पर बोलते दिखे। जिसका लोगों पर शायद सीधा असर पड़ा। चुनाव विश्लेषकों की मानें तो मुफ्त राशन और डायरेक्ट बेनिफिट का सीधा फायदा विधानसभा चुनाव के दौरान दिखा। कोरोना महामारी के दौरान बीजेपी ने फ्री राशन बांटे जिसने जनता को सबसे अधिक बीजेपी के प्रति आकर्षित और प्रभावित किया।
वहीं जनधन खाता धारक महिलाओं को तीन महीने 500 रुपये के हिसाब को पैसे भेजे गए जिसका भी इस चुनाव पर असर दिखा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत लाभार्थी किसानों के खाते में हर चार महीने पर 2 हजार रुपये यानी सालाना 6 हजार रुपये केंद्र सरकार भेज रही है। प्रधामंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को मकान बनाने के लिए 2.5 लाख रुपये आवंटित किए गए। ऐसे परिवारों की तादाद भी काफी संख्या में है जिन्होने पीएम आवास योजना का लाभ उठाया। आम लोगों और गरीबों को डायरेक्ट बेनिफिट मिलने से बीजेपी के वोटों में विपक्षी पार्टियां सेंध लगाने में नाकाम रहीं। हालांकि आपको बता दें कि अधिकतर एक्टिव पोल में भी बीजेपी की फिर से सरकार बनती दिखाई गई ।
इस बात की भी चर्चा हो रही है कि क्या इस बार लोगों ने योगी के कानून-व्यवस्था को लेकर वोट किया? चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, खुद सीएम योगी समेत कई नेताओं ने प्रदेश की कानून व्यवस्था की तुलना पहले के विपक्षी दलों के शासन से की। कानून-व्यस्था के मुद्दे को जनता के सामने रखा और लोगों को शायद ये समझाने में कामयाब रहे कि योगी की सरकार में कानून-व्यवस्था कितनी दुरुस्त है। योगी सरकार में लैंड माफिया समेत कई अपराधों में शामिल अपराधियों के घर पर चले बुल्डोजर को चुनावी रंग दिया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने ज्यादातर रैलियों में इस बात का जिक्र किया कि गुंडो और माफियाओं के खिलाफ सरकार का एक्शन जारी रहेगा। कानून के साथ-साथ महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया गया। ऐसे में लोगों के मन में बीजेपी ने ये धारणा बनाने की पूरी कोशिश की प्रदेश में कानून का राज है।
पीएम मोदी का चेहरा और उनका भाषण भी यूपी में वोटरों को खूब लुभाया । पीएम मोदी ने जनता के नब्ज को टटोला और योगी की तुलना पिछली सरकारों से किया । वहीं यूपी में बीजेपी को मिल रही जीत ने यह साबित कर दिया है कि अभी भी मोदी की लोकप्रियता बरकरार है। साथ ही सरकार की योजनाओं का लाभ उठा रहे लाभार्थियों ने भी साथ नहीं छोड़ा है।
जहाँ तक पीएम मोदी के भाषणों की बात करें तो उन्होंने प्रचार के दौरान भाषणों में तीन तलाक, अपराध, माफिया राज के खात्मे का जिक्र खूब किया। पीएम मोदी ने परिवारवाद पर भी विपक्ष को घेरा और यह समझाने में कामयाब रहे कि बीजेपी सरकार ही गरीबों का विकास कर सकती है। आपको बता दें कि इससे पहले बीजेपी ने 2017 के विधानसभा में 325 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया था। लेकिन इस जीत से दिल्ली की सियासत पर भी असर पड़ना लाजमी है। क्योंकि उत्तर प्रदेश के बारें में माना जाता है कि वहीं से दिल्ली की सता का मार्ग प्रशस्त होता है।