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Ruchi singh Constable: आखिर कौन थी रूचि सिंह, जिसकी लाश पुलिस को नाले में पड़ी मिली,पढ़ें पूरी कहानी

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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट

बिहार नेशन: उत्तर प्रदेश की पुलिस ने सिपाही रूचि सिंह के हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। सिपाही रूचि सिंह का शव पीजीआई थाना क्षेत्र में माती स्थित नाले से बरामद किया है। पुलिस ने इस मामले में प्रतापगढ़ के रानीगंज में तैनात तहसीलदार और उसकी पत्नी सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने इस मामले में बताया कि एक तहसीलदार ने अपने साथी के साथ मिलकर रूचि चौहान की हत्या की है। हत्या के बाद शव को नाले में फेंककर आरोपी भाग निकला । वहीं इस मामले में आरोपी को पुलिस ने प्रतापगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एडीसीपी ईस्ट कासिम आबिदी ने बताया कि रुचि सिंह चौहान (25) बिजनौर के नजीबाबाद की रहने वाली थी। 25 वर्षीय रुचि चौहान यूपी पुलिस में कांस्टेबल थी। रुचि की तैनाती हाल ही में लखनऊ पुलिस मुख्यालय में हुई थी।

रुचि सिंह 13 फरवरी को ड्यूटी पर नहीं पहुंची तो उसके साथियों ने फोन किया। फोन बंद था। काफी तलाश की लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला। रुचि की एक सहेली ने सोशल मीडिया में पोस्ट डालकर मदद भी मांगी, लेकिन कहीं से कोई जानकारी नहीं मिली। रुचि का मोबाइल भी लगातार स्विच ऑफ जा रहा था। इस बीच 17 फरवरी को पीजीआई थाना क्षेत्र में माती स्थित नाले में रुचि का शव पड़ा मिला।

पुलिस ने रुचि के भाई की तहरीर पर पीजीआई थाने में हत्या का केस दर्ज किया गया था। मोबाइल की कॉल डिटेल और पूछताछ के बाद पुलिस ने रुचि की हत्या के आरोप में प्रतापगढ़ की रानीगंज तहसील में तैनात तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव, उसकी पत्नी व एक दोस्त को रविवार को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के मुताबिक, महिला सिपाही रुचि सिंह की दोस्ती आरोपित तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव से 5 साल पहले फेसबुक के जरिए हुई थी। इसके बाद दोनों ने मोबाइल पर बात करना शुरु कर दिया था। दोनों के बीच दोस्ती हो गई थी, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। महिला सिपाही रुचि सिंह ने सिपाही नीरज से लव मैरिज की थी, लेकिन परिवार इससे खुश नहीं था। रुचि और नीरज के बीच भी विवाद होने लगा। रुचि के भाई शुभम सिंह चौहान ने पुलिस को बताया कि वह 28 अगस्त 2021 को लखनऊ यूपी एसआई की परीक्षा देने आया था। तब बहन ने उसे बताया था कि वह पति नीरज को तलाक दे रही है और उसने तलाक फाइल भी कर दिया था। इस दौरान उसने तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव के बारे में भी बताया था।

पति नीरज से तलाके बाद रुचि, पद्मेश पर शादी का दबाव बनाने लगी। दबाव बढ़ने पर पद्मेश ने रुचि को अपनी शादी के बारे में बताया। इसके बाद से दोनों में विवाद शुरू हो गया था। इसके बावजूद रुचि हर हाल में पद्मेश से शादी करना चाहती थी।

दूसरी तरफ इस मामले की पूरी कहानी पद्मेश ने अपनी पत्नी प्रगति को बता दी । इस मामले को लेकर दोनों के बीच घर में प्रतिदिन झगड़ा हो रहा था । वहीं रूचि भी तलाक लेने के बाद बार-बार फ़ोन कर शादी का दवाब बना रही थी। रूचि ने हत्या से कुछ दिन पहले पद्मेश को फोन की थी। लेकिन वह फोन कॉल पद्मेश की पत्नी प्रगति ने उठा ली। इसके बाद दोनों की खूब बहस हुई । इसके बाद ही रूचि को रास्ते से हटाने का फैसला पद्मेश ने लिया और फिर हत्या की घटना को अंजाम दिया ।

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