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अब बिहार में TET के सर्टिफिकेट की वैधता आजीवन रहेगी,नोटिफिकेशन हुआ जारी
: बिहार के शिक्षा विभाग से बड़ी खबर सामने आ रही है। बिहार के वैसे छात्र जिन्हें डर सता रहा था कि उनका शिक्षक में नियोजन न हो सका है और उनके प्रमाणपत्र की वैधता भी जून में समाप्त हो गई है
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: बिहार के शिक्षा विभाग से बड़ी खबर सामने आ रही है। बिहार के वैसे छात्र जिन्हें डर सता रहा था कि उनका शिक्षक में नियोजन न हो सका है और उनके प्रमाणपत्र की वैधता भी जून में समाप्त हो गई है,उनके लिए खुशखबरी है. अब उन्हें घबराने की जरूरत नहीं हैं. अब उनके टीईटी के प्रमाणपत्र की वैधता आजीवन कर दी गई है. इस बाबत शिक्षा विभाग की तरफ से नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है.
बिहार की सरकार ने यह फैसला केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी इस निर्णय के बाद लिया है की अब TET पास अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र की वैधता आजीवन रहेगी । बिहार में शुक्रवार को इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी गई । मालूम हो कि पहले यह वैधता 7 साल के लिये थी।
बिहार में शिक्षा विभाग के उपसचिव अरशद फिरोज की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि टीईटी प्रमाणपत्र की वैधता 11 फरवरी 2012 के प्रभाव से उम्र भर के लिये वैध की जाती है। वहीं यूपी में भी टीईटी के प्रमाणपत्रो की वैधता आजीवन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
वहीं बिहार में इस बारे में शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि सर्टीफिकेट की वैधता बढ़ाने से कुछ विशेष लाभ नहीं होगा, केवल एक संतुष्टि अभ्यर्थियों को मिलेगी. सरकार को चाहिए उनकी बहाली दो साल के अन्दर कर ले. क्योंकि कई ऐसे भी छात्र हैं जिनकी उम्र बहाली की पार गई है. ऐसे में उनके लिए सर्टिफिकेट की वैधता आजीवन करने का कोई औचित्य नहीं रहा जाता है.
गौरतलब है कि बिहार में 2011 में शिक्षक पात्रता की परीक्षा हुई थी. जानकी उसका रिजल्ट 2012 में प्रकाशित किया गया था. लेकिन अभी तक इनकी बहाली नहीं हुई है. अभ्यर्थियों ने कई बार सडक से लेकर सदन तक गुहार लगाई . लेकिन सरकार के कान पर जूँ तक नहीं रेंगा. जबकि स्कूलों में शिक्षकों के काफी पद खाली पड़े हैं.
वहीं इस बारे में लम्बे समय से 2012 से पास STET अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार की नियत साफ़ नहीं है . सरकार केवल पुराने सीट पर चरण पर चरण पूरा कर रही है. साथ ही नियोजन की प्रक्रिया भी सरकार की गलत है. एक ही व्यक्ति सभी जगह से आवेदन दाल सकता है और सभी जगह उसी की मेधा सूची बनती है जब कि ऐसी स्थिती में अन्य जगह की सीट खाली रह जाती है. आपको बता दें कि अभी छठा चरण की प्रक्रिया में अभ्यर्थी कब से बहाली की राह देख रहे हैं.