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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: पूरे देश में शारदीय नवरात्रि का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। माँ दुर्गा और उनके नौ अवतारों की पूजा को समर्पित शारदीय नवरात्रि पर्व नौ दिनों तक चलता है। उत्सव के नौ दिनों के दौरान भक्त देवी के प्रत्येक अवतार की पूजा करते हैं।
हिन्दू पंचांग के अनुसार, यह पर्व आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस साल शारदीय नवरात्रि कब है? इस पर्व प्रारंभ और समाप्ति तिथि क्या है?
द्रिक पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर को शुरू होगी और 24 अक्टूबर को दुर्गा विसर्जन और विजयदशमी के साथ समाप्त होगी, जिसे दशहरा भी कहा जाता है। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर को रात 11:24 बजे शुरू होगी और 16 अक्टूबर को सुबह 1:32 बजे समाप्त होगी। यही कारण है कि शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर को उदय तिथि पर शुरू हो रही है।
15 अक्टूबर – घटस्थापना, शैलपुत्री पूजा
16 अक्टूबर- ब्रह्मचारिणी पूजा
17 अक्टूबर – चंद्रघंटा पूजा
18 अक्टूबर – कुष्मांडा पूजा,
19 अक्टूबर- स्कंदमाता पूजा
20 अक्टूबर – कात्यायनी पूजा
21 अक्टूबर – सरस्वती पूजा, कालरात्रि पूजा (सप्तमी)
22 अक्टूबर – दुर्गा अष्टमी, महागौरी पूजा
23 अक्टूबर- महानवमी
24 अक्टूबर – नवरात्रि पारण (उपवास तोड़ना), दुर्गा विसर्जन और विजयादशमी
इस बीच इस साल मां दुर्गा की सवारी शेर की जगह हाथी होगी। हिंदू परंपराओं के अनुसार, यदि देवी दुर्गा रविवार या सोमवार को आती हैं तो ऐसा माना जाता है कि वह हाथी पर सवार होकर आती हैं। हाथी पर देवी दुर्गा का विराजमान होना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह आने वाले वर्ष में बंपर कटाई के लिए भरपूर वर्षा लाता है।