BIHAR NATION is a new media venture of journalist Jay Prakash Chandra .This dot-in will keep you updated about crime, politics , entertainment and religion news round the clock.
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: बिहार के अरवल जिले से खबर है । जहाँ एक पंचायत प्रतिनिधि ने सरकारी बॉडीगार्ड और लाइसेंसी हथियार पाने के लिए खुद पर ही हमले की साजिश रची। मुखिया ने न केवल अपने उपर हमले करवाया बल्कि गोली भी चलवाई । वो भी ये सब मुखिया ने झूठी रसूख पाने के लिए किया । लेकिन अब सभी भेद खुलने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है।
दरअसल यह मामला अरवल जिले के कलेर पंचायत अंतर्गत इंजोर पंचायत का है। 31 जनवरी को मुखिया और उनके भांजा पर प्रखंड जाने के दौरान जानलेवा हमला हुआ था और गांव के समीप गोली मार दी गई। इस घटना में मुखिया के भांजे को पैर में गोली लगी और मुखिया विनय पटेल मामूली रूप से जख्मी हो गए जिनका सदर अस्पताल में इलाज कराने के उपरांत पीएमसीएच रेफर किया गया।
इस मामले को लेकर अरवल पुलिस ने नामजद प्राथमिकी के अभियुक्त एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया और उस निर्दोष को जेल भी भेजा गया। इस केस में कई बिंदुओं पर अनुसंधान लगातार एएसपी रोशन कुमार करते रहे। ऐसी गुप्त सूचना मिली कि यह कार्य मुखिया ने सरकारी बॉडीगार्ड और लाइसेंसी हथियार पाने के लिए किया है। घटना के महज दो सप्ताह के बाद इंजोर पंचायत के मुखिया विनय पटेल ने जिला पदाधिकारी यहां आवेदन देकर सरकारी लाइसेंस निर्गत करने का आग्रह किया और अपराधियों से डर होने की शिकायत की पुलिस की के कई बिंदुओं पर इतिहास खंगाल रही थी।
जैसे-जैसे मुखिया हथियार के लिए जिला प्रशासन पर कई नेताओं से दबाव बना रहे थे वैसे-वैसे पुलिस कई बिंदुओं पर उनके इतिहास खंगालने में जुटी थी। जब उनका इतिहास पुलिस ने खंगालना शुरू किया तो कई चौंकाने वाली बातें पता चलीं। पता चला कि सरकारी हथियार और गार्ड को लेकर मुखिया ने ऐसी साजिश रची थी। एफएसएल की टीम ने जांच कर कई बिंदुओं पर साथ पुलिस को रिपोर्ट सौंपी तो चौंकाने वाले मामले सामने आने लगे।
कड़ी पूछताछ के बाद मुखिया ने स्वीकार किया है कि इस प्रकार की घटना को उसने खुद के लिए सरकारी बॉडीगार्ड और लाइसेंसी हथियार लेने के लिए किया था. फिलहाल गिरफ्तार मुखिया और भांजा को पुलिस जेल भेजवा रही है।
आखिरकार जब मुखिया से कड़ी पूछताछ की गई तो उसने सबकुछ स्वीकार कर लिया । उसने बताया कि वह ये सब सरकारी बॉडीगार्ड और लाइसेंसी हथियार पाने के लिए किया था। फिलहाल पुलिस कारवाई में जुट गई है।