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जानें लैंड फॉर जॉब मामला: लालू परिवार पर CBI का कसता जा रहा है शिकंजा, अब तेजस्वी के निजी सचिव संजय यादव से पूछताछ
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में सीबीआई ने तेजस्वी यादव के निजी सचिव संजय यादव से पूछताछ की है। सीबीआई ने तेजस्वी के पीए से घंटों पूछताछ की। इसके पहले सीबीआई ने संजय यादव को समन जारी किया था। यह तीसरी बार समन जारी किया गया है। जिसके बाद उनसे पूछताछ की गई है। मालूम हो कि इसके पहले लालू यादव के ओएसडी रहे भोला यादव से भी सीबीआई पूछताछ कर चुकी है।
गौरतलब हो कि लालू यादव पर आरोप है कि रेलमंत्री रहते हुए उन्होंने जमीन लेकर नौकरी देने का काम किया था। इसी सिलसिले में सीबीआई ने बीते शुक्रवार को इस मामले में चार्जशीट दाखिल किया था। लालू यादव ही नहीं बल्कि राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और हेमा समेत कुल 14 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल किया गया था। सीबीआई ने लालू यादव पर रेल मंत्री रहते नौकरी देने के नाम पर लोगों से जमीन लिखवाने का आऱोप लगाया। सीबीआई के मुताबिक रेलवे भर्ती घोटाला साल 2004 से 2009 के बीच के समय का है।
आपको बता दें कि सीबीआई ने इसी मामले में बीते मई में एक साथ 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी सीबीआई का आरोप है कि रेलवे में ग्रुप डी में नौकरी के बदले पटना के कई प्रमुख स्थानों पर लालू यादव के परिजनों के नाम पर जमीन लिखवायी गयी।
वहीं चार्जशीट में CBI ने कहा है कि लालू प्रसाद रेलवे में नौकरी के बदले जमीन के साथ कैश भी लेते थे। जो व्यक्ति जमीन नहीं देता था उससे वे 7 लाख रुपये कैश लेते थे। अगर कोई परिवार से दो लोगों को नौकरी चाहिये होती थी तो उसे या तो जमीन के दो प्लॉट या फिर 14 लाख रूपये कैश देने होते थे। सीबीआई ने यह भी चार्जशीट में दायर किया है कि बहुत लोगों को फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर भी नौकरी दी गई है।
सीबीआई के मुताबिक लालू यादव ने जिन लोगों को रेलवे की नौकरी दी, उनकी नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन नहीं निकाला गया। बिहार के छपरा, गोपालगंज, सिवान, पटना जैसे जिलों के लोगों को हैदराबाद, चेन्नई से लेकर गुवाहाटी तक में ग्रुप डी की नौकरी में बहाल कर लिया गया। सीबीआई ने यह भी आरोप लगया है कि नौकरी के लिए जो जमीन ली जाती थी वह जमीन पहले किसी और आदमी के नाम रजिस्ट्री की जाती थी, बाद में वही जमीन लालू परिवार के नाम या तो गिफ्ट कर दिया जा रहा था या फिर औने-पौने दाम में रजिस्ट्री कर दी जा रही थी।
सीबीआई का आरोप है कि इस खेल में लालू प्रसाद के अलावा, उनकी पत्नी एवं पूर्व सीएम राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती एवं बेटी हेमा यादव भी शामिल हैं ।