BIHAR NATION is a new media venture of journalist Jay Prakash Chandra .This dot-in will keep you updated about crime, politics , entertainment and religion news round the clock.
आयोग का निर्देश “बूथ मुखिया के घर से 100 मीटर की दूरी पर हो,वैक्सीन भी लेना जरूरी
राज्य निर्वाचन आयोग ने कोविड को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से बड़ा फैसला लेते हुए सभी वोटरों को टीका लगवाने के निर्देश जारी किया है
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर अगर बात की जाय तो सम्भावित तिथी के मुताबिक़ एक महीने का समय रह गया है. क्योंकि राज्य निर्वाचन आयोग अगस्त में होनेवाले पंचायत चुनाव के तौर पर लगातार निर्देश जारी कर रहा है. राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक बूथ वर्तमान मुखिया के घर से 100 मीटर की दूरी पर बनाने का निर्देश दिया गया है. कोई भी बूथ 100 मीटर के अन्दर पर नहीं बनाया जाएगा.
साथ ही सभी जिलों के अधिकारयों को निर्देश जारी किया गया है कि वे 5 जुलाई तक सभी पंचायतो के चुनाव के चरण बताये. मालूम हो कि किस पंचायत में चुनाव कब कराना है ये चॉइस निर्वाचन आयोग को देना है. वहीं निर्वाचन आयोग ने सभी पुराने और जर्जर भवनों में बने बूथों को तत्काल बदलने के निर्देश दिए हैं.पंचायत में पुराने भवनों की जगह पर नए कोई भी सरकारी भवन में बूथ ले जाने का निर्देश दिए है, ताकि लोग सुरक्षित और सही तरीके से मतदान कर सके.
राज्य निर्वाचन आयोग ने कोविड को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से बड़ा फैसला लेते हुए सभी वोटरों को टीका लगवाने के निर्देश जारी किया है. जिलों को दिए गए निर्देश के मुताबिक पंचायत चुनाव में सभी पदों के लिए खड़े हो रहे उम्मीदवारों और सुरक्षा बलों को भी टीका लगवाने के निर्देश जारी किए है, ताकि सुरक्षा के साथ बेहतर तरीके से मतदान हो सके. कोविड जैसे हालात में पंचायत चुनाव कराना राज्य निर्वाचन आयोग के लिये बड़ी चुनौती है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ एक बात और निकलकर सामने आ रही है कि बाढ़ वाले क्षेत्रों में चुनाव बाद में कराया जा सकता है. पहले पंचायत चुनाव वहाँ कराने की बात हो रही है जहाँ कि जलजमाव की समस्या नहीं है. इसके लिए स्थानों को चिन्हित करने के निर्देश जिला पदाधिकारियों को दिए गये हैं. ये सारी जानकारी उपलब्ध होने की बाद ही बाढ़ वाले क्षेत्रों के लिए चुनाव की तिथी निर्धारित की जाएगी. बता दें कि इस बार चुनाव ईवीएम के जरिए बिहार में पहली बार