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पूर्व सांसद आनंद मोहन ने विरोधियों को दिया चैलेंज, कहा- जो डर गया समझो मर गया, घूसखोर पदाधिकारी बांध लें अपना बोरिया बिस्तर
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: आनंद मोहन पहली बार शिवहर पहुंचे । वे जेल से रिहाई होने के बाद से वहाँ नहीं गये थे। उनके शिवहर पहुंचने पर समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया और गांधी नगर भवन में नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया। इस दौरान बगैर नाम लिए उन्होंने बीजेपी और बसपा सुप्रीमों पर जमकर निशाना साधा।
आनंद मोहन ने जेल से रिहा होने के मामले पर सवाल उठाने वालों को भी जवाब दिया और विरोधियों को खुले मंच से चैलेंज देते हुए कहा कि जो डर गया, समझो वह मर गया। आनंद मोहन ने कहा कि जिससे हम लड़ते हैं तो ताल ठोककर लड़ते हैं। किसी से गले मिलते हैं तो हृदय उड़ेल देते हैं।
आनंद मोहन ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का दावा करने वाली पार्टी का शीर्ष नेता 16 साल से जेल में बंद व्यक्ति से डर जाए। अगर आनंद मोहन से डर लगा है तो यह डर मुझे अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि जो कहते थे कि तिलक तराजू और तलवार इनको मारो… की बात करते थे, वह प्रवचन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब आनंद मोहन अपराधी था तो सरकार बचाने के लिए आनंद मोहन की मदद क्यों ली।
राजद नेता आनंद मोहन ने कहा कि जिले से घूसखोर पदाधिकारी अपना बोरिया बिस्तर बांध लें, नहीं तो हम बांधकर जिले से बाहर कर देंगे,. मेरा इतिहास देख लो या जानकारी हासिल कर लो, पूर्व में हमने कई अधिकारियों को बोरिया बिस्तर बंधवाकर जिले से बाहर का रास्ता दिखाया है।
इस दौरान समारोह में फ्रेंड्स ऑफ आनंद के नेताओं ने चांदी और सोने का मुकुट पहनाकर आनंद मोहन और पूर्व सांसद लवली आनंद का स्वागत किया। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री दसई चौधरी, शिवहर विधायक चेतन आनंद ने लोगों को संबोधित किया।
मालूम हो कि पूर्व सांसद आनंद मोहन जब से जेल से रिहा हुए हैं वे लगातार बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। वे गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड में सजा काट रहे थे। उनकी रिहाई के लिए बीजेपी का आरोप है कि उसने जेल कानून में विशेष संशोधन कर उन्हें बाहर निकाला है। ऐसा भी राजनीतिक हल्को में चर्चा है कि उनकी रिहाई नीतीश कुमार ने आगामी लोकसभा चुनाव में अपने फायदे के लिए की है।