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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: संगीत के क्षेत्र से एक दुखद खबर है। प्रसिद्ध संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा का 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वे पिछले छः महीने से किडनी की समस्या से जुझ रहे थे और डायलिसिस पर थे। उनका आज सुबह निधन हो गया । मशहूर संतूर वादक और Padma Vibhushan से सम्मानित थे। उनके निधन से उनके प्रशंसकों काफी दुखी और निराश हैं। साथ ही भारत के शास्त्रीय संगीत को काफी क्षति हुई है।
पंडित शिव कुमार शर्मा ने जम्मू कश्मीर में संतूर को एक म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट के तौर पर पहचान दिलाई थी। इसके बाद उन्होंने इसे देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में मशहूर किया। हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में पंडित शिवकुमार शर्मा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इतना ही नहीं, उन्होंने कई फिल्मों में पंडित हरि प्रसाद चौरसिया के साथ मिलकर संगीत भी दिया था। दोनों की जोड़ी को शिव हरी के रूप में पहचाना जाता था। इस जोड़ी ने सिलसिला, लम्हे और चांदनी जैसी फिल्मों में अपने बेहतरीन संगीत से फिल्म में चार चांद लगाए।
शर्मा का जन्म कश्मीर के एक संगीत से जुड़े परिवार में सन 1938 में हुआ था। उन्होंने संगीत की शुरुआती शिक्षा अपने पिता से ली. पंडित शिवकुमार शर्मा को संतूर में महारत हासिल थी। संगीत से जुड़े रहने के साथ-साथ 15 साल की उम्र में उन्होंने जम्मू रेडियो के साथ एक प्रसारक की नौकरी भी की।
बता दें कि पंडित शिवकुमार शर्मा ने भले ही अपनी शुरूआत तबले से की थी लेकिन जैसे-जैसे साल बीते उन्होंने अपनी दिलचस्पी को संतुर में पाया। इसके बाद वे मुंबई शिफ्ट हो गये । उन्होंने एक बार अपने बारे में बताया था कि वे मात्र 500 रूपया लेकर मुंबई आए थे। लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और जुनून के बदौलत दुनियां भर में शास्त्रीय संगीत में परचम लहराया।
उनके निधन पर पीएम मोदी ने भी दुख जताया और ट्वीट किया है। नरेंद्र मोदी ने लिखा, पंडित शिवकुमार शर्मा जी के निधन से हमारी सांस्कृतिक दुनिया और भी गरीब हो गई। उन्होंने संतूर को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाया। उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध करता रहेगा। मुझे उनके साथ अपनी बातचीत अच्छी तरह याद है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। शांति।
Our cultural world is poorer with the demise of Pandit Shivkumar Sharma Ji. He popularised the Santoor at a global level. His music will continue to enthral the coming generations. I fondly remember my interactions with him. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 10, 2022
जबकि शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए प्रख्यात सरोद वादक अमजद अली खान ने ट्वीट किया, “पंडित शिव कुमार शर्मा जी के निधन से एक युग का अंत हो गया। वह संतूर वादन के पुरोधा थे और उनका योगदान अतुलनीय है। मेरे लिए यह व्यक्तिगत क्षति है और मैं हमेशा उन्हें बहुत याद करूंगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। उनका संगीत हमेशा जीवित रहेगा। ओम शांति।”