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Exclusive: राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद के वतन लौटते ही राजनीतिक हलचल हुई तेज, 2023 में ही बिहार में होगा उलटफेर?

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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट

बिहार नेशन: राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव के किडनी ट्रांसप्लांट के बाद सिंगापुर से भारत लौटने पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। लालू प्रसाद यादव शनिवार (11 फरवरी) शाम भारत लौट आए। उनकी बेटी मीसा भारती ने दिल्ली में लालू यादव का स्वागत किया। सूत्रों के मुताबिक लालू अभी कुछ दिनों तक दिल्ली में मीसा के साथ ही रहेंगे। समर्थकों में इसे लेकर खुशी की लहर है।

वहीं बिहार में महागठबंधन में जेडीयू, आरजेडी और अन्य पार्टियों के बीच जारी आपसी खींचतान जारी है।
जेडीयू अपनी सहयोगी आरजेडी से सुधाकर सिंह पर कार्रवाई करने का दबाव बना रही है। उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू में बगावत करके आरजेडी से हुई डील को सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं।

जबकि लालू प्रसाद के लौटने के बाद पूर्व कृषि मंत्री एवं आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी को लेकर भी उनके खिलाफ कारवाई की बात जल्द होने की संभावना है।

दूसरी ओर, महागठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी नीतीश कैबिनेट में दो और मंत्री पद की मांग कर रही है। सीएम नीतीश ने पहले कांग्रेस कोटे से नए मंत्री बनाने की बात कह दी थी, लेकिन अब गेंद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पाले में डाल दी है। जबकि तेजस्वी यादव इस मांग को ठुकरा चुके हैं। वहीं आनेवाले दिनों में लालू प्रसाद के पटना लौटने पर इसका समाधान निकल सकता है।

साल 2023 सूबे की राजनीति के लिए बहुत अहम माना जा रहा है। क्योंकि अगले साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं और सीएम नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजनीति में कदम बढ़ाने का ऐलान कर चुके हैं। जबकि सीएम नीतीश यह भी कह चुके हैं कि 2025 का विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। लेकिन आरजेडी नीतीश के साथ 2023 में ही खेला कर सकती है और उनकी जगह तेजस्वी को मुख्यमंत्री बना सकती है। लालू यादव के पटना लौटने के बाद यह खेल शुरू हो सकता है। शायद इसे लेकर ही उपेंद्र कुशवाहा निशाना साध रहे हैं।

आपको बता दें कि बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार समेत कई आयोग आदि में पद रिक्त पड़े हैं। महागठबंधन के अंदर इन सब पर फैसला होना है। महागठबंधन के घटक दलों के संबंधों में उतार-चढ़ाव को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि प्रदेश की राजनीति में लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़ा सियासी भूचाल आने वाला है और वह सिर्फ लालू यादव के पटना लौटने का इंतजार कर रहा है।

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