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Exclusive: क्या, जानते हैं IPS लिपि सिंह और औरंगाबाद के नये DM सुहर्ष भगत का क्या है रिश्ता? दोनों कहां से हैं ? कितनी पढ़ाई की है,जानिए सबकुछ !
जे.पी.चन्द्रा की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
बिहार नेशन: अब औरंगाबाद जिले के नये डीएम यानी जिलाधिकारी बदल गये हैं । अब जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल का स्थान सुहर्ष भगत लेंगे। वहीं बहुचर्चित IPS अधिकारी लिपि सिंह को सहरसा के एसपी पद से हटाकर बीएमपी के कमांडेट बनाया गया है। लेकिन क्या आपको पता है कि तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी लिपि सिंह का सुहर्ष भगत के साथ क्या रिश्ता है। नहीं जानते हैं तो बता दें की सुहर्ष भगत और लिपि सिंह दोनों पति-पत्नी हैं ।
लिपि सिंह को लेडी सिंघम के नाम से लोग जानते हैं । क्योंकि वे अपनी कड़क अंदाज के लिए जानी जाती हैं।
लिपि सिंह के पिता रामचंद्र प्रसाद सिंह (आरसीपी सिंह) 1984 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं। 2010 में वह भारतीय प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) लेकर जेडीयू में शामिल हुए थे। वे कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं। लेकिन कुछ विवादों के कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया था और सीएम नीतीश कुमार से अनबन होने के बाद जेडीयू पार्टी छोड़ दिया। वे नालंदा जिले से हैं ।
लिपि सिंह के निजी जीवन की बात करें तो उन्होंने IAS अफसर से शादी रचाई है। दोनों ने लव मैरिज की है ।
लिपि सिंह के पति का नाम सुहर्ष भगत है। सुहर्ष मौजूदा समय में बिहार के पूर्णिया में जिलाधिकारी हैं लेकिन अब वे औरंगाबाद जिले के डीएम होंगे।
लिपि सिंह 2016 बैच की आईपीएस हैं तो वहीं सुहर्ष 2015 बैच के आईएएस अफसर है। लिपि सिंह और सुहर्ष एक साथ पटना जिले में काम कर चुके हैं। तब लिपी पटना की एएसपी थीं और सुहर्ष जिले के डीडीसी।
आईएएस/आईपीएस बनने से पहले दोनों का चयन इंडियन ऑडिट अकाउंट सर्विस के लिए हुआ था। ट्रेनिंग के दौरान ही दोनों की मुलाकात हुई थी।
तैयारी के लिए लिपि सिंह को छुट्टियां नहीं मिलीं तो उन्होंने नौकरी छोड़ दी। कुछ समय बाद सुहर्ष ने भी नौकरी छोड़ दी और दोनों तैयारी में जी जान से जुट गए।
वहीं साल 2015 में सुहर्ष का चयन IAS के लिए हो गया। उस साल उनकी ऑल इंडिया रैंक 5वीं थी। 2016 में लिपि सिंह का चय़न भी आईपीएस के लिए हो गया। आईएएस/आईपीएस बनने के बाद दोनों ने शादी रचा ली।
समस्तीपुर शहर के बहादुरपुर मोहल्ला स्थित वार्ड 27 के निवासी डॉक्टर फुलेंद्र भगत के दो बेटों में सुहर्ष बड़े हैं। परिवार के सभी सदस्य उच्च शिक्षा प्राप्त हैं। पिता चिकित्सक हैं, माता मधु भग मनोविज्ञान से एमए हैं। उनका पैतृक घर उजियारपुर थाना क्षेत्र के भगवानपुर देसुआ गांव में पड़ता है।
सुहर्ष भगत की शुरुआती पढ़ाई शहर के धर्मपुर स्थित निजी स्कूल ग्रीनलैंड में हुई थी। दसवीं तक की पढ़ाई आरके मिशन, देवघर में हुई। वर्ष 2003 में सुहर्ष का दाखिला डीपीएस, आरकेपुरम, दिल्ली में कराया गया। वर्ष 2010 में सुहर्ष का सेलेक्शन आईआईटी मुंबई के लिए हुआ।
वहां उन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की। इसी बीच पहली बार में ही यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली। 2011 बैच में इंडियन ऑडिट एंड एकाउंट सर्विस में सात महीने तक शिमला में प्रशिक्षण लेने के बाद इस्तीफा दे दिया। फिर से यूपीएससी में उनका चुनाव हो गया और नागपुर में इनकम टैक्स का प्रशिक्षण लेने लगे। इसी दौरान फिर से यूपीएससी का रिजल्ट आ गया, जिसमें पूरे देश में उन्हें पांचवां स्थान मिला। आपको बता दें कि इससे पहले दो बार यूपीएससी की परीक्षा पास कर चुके हैं।
गौरतलब हो कि संघ लोक सेवा आयोग की ओर से सिविल सेवा 2014 के फाइनल रिजल्ट में देशभर में 1236 परीक्षार्थियों को सफल घोषित किया गया था। जिसमें बिहार से 83 परीक्षार्थियों को सफलता मिली थी।
वहीं शीर्ष सौ में सात अभ्यर्थी बिहार से थे। जिसमें बिहार के सुहर्ष भगत ने देशभर में पांचवा स्थान प्राप्त कर बिहार का नाम रौशन किया था।