BIHAR NATION is a new media venture of journalist Jay Prakash Chandra .This dot-in will keep you updated about crime, politics , entertainment and religion news round the clock.
एक्सक्लूसिव: कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने को तैयार है बिहार, PM केयर फंड से राज्य में तैयार हो रहे 122 ऑक्सीजन प्लांट
इस माहामारी के कारण लोग मेडिकल सुविधाओं के अभाव में तड़प तड़प कर किस तरह मर गये आप देंखे होंगे. खासकर ऑक्सीजन की किल्लत ने लोगों को बेबस कर दिया था.
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: बिहार में कोरोना की दूसरी लहर भले ही थम गई हो लेकिन इस महामारी ने लोगों को बहुत बड़ी सबक दी है. इस माहामारी के कारण लोग मेडिकल सुविधाओं के अभाव में तड़प तड़प कर किस तरह मर गये आप देंखे होंगे. खासकर ऑक्सीजन की किल्लत ने लोगों को बेबस कर दिया था. लेकिन अब एक बार फिर से कोरोना की संभावित तीसरी लहर ने सरकार को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है और बिहार अब ऑक्सीजन मामले में आत्मनिर्भर राज्य बनने जा रहा है. बिहार के अब हर जिले में एक ऑक्सीजन प्लांट होगा. पीएम केयर फंड के सहयोग से राज्य में तैयार हो रहे 122 ऑक्सीजन प्लांट का काम काफी तेजी से चल रहा है.
वहीं पटना के पीएमसीएच, एनएमसीएच और आईजीआईएस में ऑक्सीजन प्लांट तेजी से तैयार हो रहा है. इनके अलावा राज्य के बाकी सभी 7 मेडिकल कॉलेज समेत कुल 122 जगहों पर भी प्लांट लगाए जा रहे हैं. बता दें कि राज्य के पहले पीएसए ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट का आईजीआईएस में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के हाथों उद्घाटन भी कर दिया गया है. कुल 60 लाख की लागत से बने इस जेनरेशन प्लांट के शुरू होने से अब 233 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन तैयार होगी. यह प्लांट हवा से ऑक्सीजन तैयार करेगा.
वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले में कहा कि अब कोरोना की किसी लहर के आने से ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी. उन्होंने बताया कि राज्य के 122 जगहों पर पीएसए प्लांट तैयार किया जा रहा है, जिन्हें 31 अगस्त तक शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जबकि आईजीआईएमएस में बाकी 3 और प्लांट का निर्माण कार्य जारी है, जिन्हें 15 अगस्त तक शुरू करने का लक्ष्य है.
आपको बता दें कि कोरोना की संभावित आनेवाली तीसरी लहर को देखते हुए राज्य के सभी जिलों में ऑक्सीजन प्लांट,आईसीयू बढ़ाने के साथ वेंटिलेटर की व्यवस्था तेजी से की जा रही है ताकि लोगों को आनेवाले कोरोना की संभावित तीसरी लहर के खतरे को कम किया जा सके.