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सबको हंसाने वाले कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव हमेशा के लिए चले गए
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: सबको हंसाने वाले फिल्म जगत के राजू श्रीवास्तव अब हमारे बीच नहीं रहे । उन्होंने दुनियां को अलविदा कह दिया। उन्हें 10 अगस्त को जिम में वर्क आऊट करते हुए दिल का दौरा पड़ा था। उसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती किया गया था। लेकिन जिंदगी और मौत के बीच 42 दिनों की लंबी लड़ाई लड़ने के बाद आज कॉमेडियन का निधन हो गया।
आपको बता दें कि हॉस्पिटल में एडमिट करवाने के बाद से ही राजू श्रीवास्तव की हालत नाजुक बनी हई थी। कॉमेडियन को पहले आईसीयू में एडमिट करवाया गया था, लेकिन तबीयत में कोई सुधार ना होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया। भरपूर कोशिश के बाद भी डॉक्टर्स राजू श्रीवास्तव को बचा नहीं पाए और सबको हंसाने वाले कॉमेडियन सबको रुलाकर हमेशा के लिए इस दुनिया से चले गए।
राजू श्रीवास्तव के निधन के बाद उनके पीए राजेश शर्मा ने कहा कि हमे उम्मीद थी की वो ठीक हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं मुंबई में हूं अभी मेरी बात हुई है। राजू भाई का जाना बहुत बड़ी क्षति है हम सब के लिए।
राजू श्रीवास्तव ने यूं तो 80 के दशक से मनोरंजन की दुनिया में संघर्ष करना शुरू कर दिया था, लेकिन उनको अपने टैलेंट के हिसाब से पहचान नहीं मिल पा रही थी। हालांकि इस दौरान राजू श्रीवास्तव ने बॉलीवुड के सुपरस्टार अनिल कपूर की फिल्म तेजाब से हिंदी सिनेमा जगत में कदम तो जरूर रख लिया था। फिर भी राजू को अभी काफी लंब सफर तय करना था।
साल दर साल बीतते गए पर राजू को उतना फेम नहीं हासिल हो पा रहा था, जिसके लायक वो बने थे। पर फिर साल 2005 आया और वहां से राजू श्रीवास्तव की किस्मत ने करवट बदली। जी हां इसी साल मशहूर कॉमेडी शो द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में राजू श्रीवास्तव ने अपने कॉमेडी के हुनर से सबका दिल जीता और इसी शो से राजू श्रीवास्तव का नाम गजोधर भैय्या के रूप में मशहूर हुआ।
जानकारी के मुताबिक राजू श्रीवास्तव का ब्रेन काम नहीं कर रहा था। उनके ब्रेन तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पा रहा था। इसी कारण डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा हुआ था। हालांकि उन्हें बीच में कई बार वेंटिलेटर से हटाया गया था, लेकिन फिर से शिफ्ट करना पड़ा था।