Bihar Nation
सबसे पहले सबसे तेज़, बिहार नेशन न्यूज़

बिहार: mlc चुनाव के नामांकन के लिए सोमवार से प्रत्याशियों की उमड़ेगी भीड़, औरंगाबाद से अनुज सिंह भी करेंगे नामांकन

0 413

 

जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट

बिहार नेशन: बिहार में एमएलसी चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। यहाँ स्थानीय प्राधिकार की 24 सीटों के लिए चुनाव होना है। वहीं सोमवार से नामांकन का क्रम तेज हो जाएगा । सोमवार को कई प्रत्याशी अपना नामांकन करनेवाले हैं । इस बार का बिहार विधानपरिषद का चुनाव खास है। क्योंकि इस चुनाव से भविष्य की राजनीति पर असर पड़नेवाला है।

विधानपरिषद

एक ओर जहां एनडीए में जदयू, भाजपा और पशुपति पारस की लोजपा एक साथ है, वहीं राजद ने वाम दलों के साथ मिलकर चुनावी तैयारी की है। इससे नाराज कांग्रेस अब अपने बलबूते चुनाव लड़ रही है। इसी तरह एनडीए के अन्य घटक दल चिराग पासवान की लोजपा और मुकेश सहनी की वीआईपी ने भी कुछ सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।

एनडीए और महागठबंधन दोनों के घटक दलों के पूरी तरह से साथ नहीं होने का बड़ा खामियाजा चुनाव में जदयू, भाजपा और राजद उम्मीदवारों को लग सकता है। दरअसल इन दलों के वोट बैंक में बड़े स्तर में उनके ही साथी घटक दलों के उम्मीदवार सेंधमारी कर सकते हैं। इसके अलावा मुख्य दलों से टिकट की उम्मीद लगाए जिन दावेदारों को पार्टी ने टिकट नहीं दिया है उनमें भी कई निर्दलीय या किसी अन्य को समर्थन करते दिख रहे हैं।

बता दें कि 16 मार्च तक नामांकन दाखिल किये जायेंगे। 17 मार्च तक नामांकन की स्क्रूटनी होगी। 21 मार्च तक कैंडिडेट अपनी उम्मीदवारी वापस ले सकते हैं। वहीं 4 अप्रैल को वोटिंग होगी। सुबह आठ बजे से लेकर शाम 4 बजे तक ही मतदान होंगे। मतदान के दो दिन बाद 7 अप्रैल को चुनाव के नतीजे सामने आएंगे। इस चुनाव में पंचायत सहित अन्य निर्वाचित प्रतिनिधि ही मतदाता होते हैं।

भाजपा उम्मीदवारों में औरंगाबाद से दिलीप कुमार सिंह, रोहतास-कैमूर से संतोष सिंह, सारण से धर्मेंद्र कुमार, सीवान से मनोज कुमार सिंह, गोपालगंज से राजीव कुमार, पूर्वी चंपारण से राजेश कुमार उर्फ बबलू गुप्ता, दरभंगा से सुनील चौधरी, समस्तीपुर से डॉ. तरुण कुमार, बेगूसराय-खगरिया से रजनीश कुमार, सहरसा-मधेपुरा-सुपौल से नूतन सिंह, पूर्णिया-अररिया-किशनगंज से दिलीप जायसवाल और कटिहार से अशोक अग्रवाल का नाम है।

वहीं राजद ने पटना से कार्तिकेय कुमार, भोजपुर, बक्सर से अनिल सम्राट, गया से रिंकू यादव, नालंदा से वीरमनी कुमार, रोहतास (कैमूर) से कृष्ण सिंह, औरंगाबाद से अनुज सिंह, सारण से सुधांशु रंजन पांडेय, सीवान से विनोद जायसवाल, दरभंगा से उदय शंकर यादव, पूर्वी चंपारण से राजेश कुमार रौशन, पश्चिमी चंपारण से सौरव कुमार, मुजफ्फरपुर से शंभु सिंह, वैशाली (हाजीपुर) से सुबोध राय, सीतामढ़ी (शिवहर) से कब्बू खिरहर, मुंगेर, जमुई, लखीसराय से अजय सिंह, कटिहार से कुंदन कुमार, मधुबनी से मेराज आलम, गोपालगंज से दिलीप सिंह, बेगूसराय/खगड़िया से मनोहर यादव, भागलपुर, सीपीआई से संजय यादव को उम्मीदवार बनाया है।

जदयू ने पटना से वाल्मीकि सिंह, नवादा से सलमान रागिब, भोजपुर-बक्सर से राधाचरण साह, पश्चिमी चंपारण से राजेश राम, मुजफ्फरपुर से दिनेश प्रसाद सिंह, मुंगेर-जमुई-लखीसराय एवं शेखपुरा से संजय प्रसाद, भागलपुर-बांका से विजय कुमार सिंह व मधुबनी से विनोद कुमार सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है। गया से मनोरमा देवी, नालंदा से रीना यादव तथा सीतामढ़ी-शिवहर से रेखा कुमारी को टिकट दिया गया है। मनोरमा देवी व रीना यादव जदयू की विधान पार्षद रही हैं।

आपको बता दें कि बिहार में 24 सीटों के लिए होनेवाले विधानपरिषद के चुनाव के लिए ग्राम पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति के सदस्य, जिला पर्षद के सदस्य वोटर होंगे। इसलिए पंचायत चुनाव का परिणाम आना जरुरी था। ऐसे में कि जब परिणाम आ चुके हैं तो मुखिया सहित तमाम पंचायत प्रतिनिधि भी MLC चुनाव को लेकर रणनीति बनाने में जुट गए हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.