BIHAR NATION is a new media venture of journalist Jay Prakash Chandra .This dot-in will keep you updated about crime, politics , entertainment and religion news round the clock.
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: अक्सर बिहार में थाने की सुस्त व्यवस्था को लेकर सवाल उठते रहता है कि पुलिसिंग दुरुस्त नहीं है। थाने सुस्त पड़ गये हैं । लेकिन अब ऐसे थानों के लिए डीजीपी ने जांच कराने का फैसला किया है। इसके जांच का जिम्मा पुलिस मुख्यालय के सीनियर अधिकारियों को दिया गया है। यहाँ तक खबर है कि जिस थाने में लंबित मामलों की संख्या अधिक है वहाँ जांच का कार्य शुरू भी सीनियर पुलिस अधिकारियों द्वारा कर दिया गया है। गुरुवार को अलग-अलग जिले के 28 थानों का जायजा भी लिया गया । साथ अधिकारियों ने मामलों के जल्द निपटारा करने के लिए पुलिसकर्मियों को टिप्स भी दिए।इन अधिकारियों ने थाना स्तर पर बरती जा रही लापरवाही की भी पहचान की है।
डीजीपी एसके सिंघल ने पिछले दिनों राज्य के सबसे अधिक लंबित कांडों वाले 216 थानों की पहचान की थी। विशेष शाखा के एडीजी सुनील कुमार ने छपरा के मुफस्सिल थाने का जायजा लिया यहां कई मामले ऐसे मिले जिसकी जांच चार-पांच सालों से लंबित है। उन्होंने लंबित मामलों का निपटारा तेजी से करने का आदेश दिया। एडीजी पारसनाथ ने वैशाली के लालगंज थाना का निरीक्षण किया। वहीं एडीजी आधुनिकीकरण डॉ. कमल किशोर सिंह ने मधुबनी सदर, एटीएस के एडीजी रविन्द्र शंकरण ने मुजफ्फरपुर टाउन और एडीजी विधि-व्यवस्था संजय कुमार सिंह ने दरभंगा सदर थाना का जायजा लिया है।
मालूम हो कि अधिकारियों ने कई थानों मे जाकर कामकाज की समीक्षा के दौरान कई गड़बड़ियों को पाया है। बिहार के थानों में कुर्की जब्ती, लंबित मामलों की जांच, वारंट तामिला के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी से जुड़े मामले में अधिक गड़बड़ी पायी गई है।