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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: इस वक्त बिहार की राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। बाहुबली विधायक अनंत सिंह को कोर्ट ने आज 10 साल की सजा सुनाई है। वे 14 जून जो एमपी -एमएलए के विशेष कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए गये थे। उन्हें यह सजा उनके घर से एके-47 राइफल और हैंड ग्रेनेड बरामदगी मामले में दी गई है। पुलिस ने उनके घर से तलाशी के दौरान Ak-47 राइफल, 2 जिंदा हथगोले और Ak -47 के 26 जिंदा कारतूस बरामद किए थे।
इस मामले में अनंत सिंह ने लदमा गांव के पैतृक आवास से AK-47 और हैंडग्रेनेड की बरामदगी मामले में खुद कोर्ट में सरेंडर किया था। इसके बाद से ही अनंत सिंह पिछले 34 महीने से पटना के बेऊर जेल में बंद हैं।
एमपी/एमएलए कोर्ट के विशेष जज त्रिलोकी नाथ दुबे ने तीन साल पुराने मामले में अनंत सिंह को 10 साल जेल की सजा सुनाई। पटना पुलिस की एक टीम ने 16 अगस्त 2019 को लदमा गांव में अनंत सिंह के घर पर छापा मारा था और एके-47 के अलावा हैंड ग्रेनेड बरामद किया था. वो घर अनंत सिंह का है, लेकिन वह वहां नहीं रहते और उनकी संपत्ति की देखभाल एक केयरटेकर कर रहा था।
मालूम हो कि अनंत सिंह के घर से बरामद की गई AK-47 राइफल को पुलिस ने झोपड़ी से बरामद किया था। जबकि जो हाथगोले को बगल की झोपड़ी से बरामद की गई थी। पुलिस ने बताया था कि एके-47 राइफल एक प्लास्टिक की थैली में छुपाकर रखी गई थी। जिसके बाद कार्बन की परत लगाई गई थी। ताकि उसे अगर मेटल डिटेक्टर से जांच भी की जाय तो पकड़ में न आए।
आपको बता दें कि इस कांड को राज्य सरकार ने विशेष अपराध की श्रेणी में रखकर इसकी ट्रायल सुनवाई के लिए विशेष लोक अभियोजक को नियुक्त किया था। इस तरह से 34 माह तक इसकी सुनवाई चली थी। इस कांड में सुप्रीम कोर्ट से भी अनंत सिंह को जमानत नहीं मिली थी। अनंत सिंह 25 अगस्त 2019 से जेल में बंद हैं। बता दें कि इस मामले में विधायक ने अपने बचाव के पक्ष में 34 गवाह पेश किये थे। वहीं विधानसभा की सदस्यता जाने का भी खतरा उनपर मंडराने लगा है। क्योंकि 2 वर्ष से अधिक सजा होने पर सदस्यता समाप्त हो जाती है।