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औरंगाबाद: राजेश गिरी शिवगंज के पास उचौली में शिक्षा सागर और मां शारदा शिक्षण संस्थान से गरीबों के बीच जला रहे हैं शिक्षा की लौ

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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट

बिहार नेशन: औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड अंतर्गत शिवगंज- रफीगंज मुख्य मार्ग डाक बंगला के पास उचौली में स्थित शिक्षा सागर पब्लिक स्कूल और मां शारदा कोचिंग सेंटर क्षेत्र में लड़कों और लड़कियों के बीच शिक्षा की लौ जला रहा है। स्कूल प्री नर्सरी से 8th class तक है। जबकि कोचिंग संस्थान में 5th से लेकर 10th तक की ट्यूशन भी दी जाती है।

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इस स्कूल और कोचिंग संस्थान के डायरेक्टर राजेश गिरी ने बताया कि अगर कोई बच्चा आर्थिक रूप से कमजोर, असमर्थ एवं अनाथ है तो वे उसे फ़्री में शिक्षा देते हैं। कोचिंग संस्थान में 10th क्लास तक की ट्यूशन दी जाती है। साथ ही अगर उनके द्वारा चलाए जा रहे कोचिंग संस्थान के छात्र-छात्राएं मैट्रिक में 400 अंक लाते हैं और किसी कोचिंग संस्थान में आगे इंटर में पढ़ना चाहते हैं तो वे उस कोचिंग शुल्क का 50 प्रतिशत शुल्क अपनी जेब से देंते हैं।

प्रतियोगी परीक्षा के लिए भरे गये फॉर्म

उन्होंने बताया कि लड़कियों के लिए भी उनके यहाँ कई प्रकार की विशेष सुविधाएं शुल्क राशि में दी जाती है। इस बार इंटरमीडिएट की रिजल्ट में उनके द्वारा की गई सहयोग से 6 लड़के और लड़कियों ने अच्छे अंक लाकर सफलता पाई है। उन्हें शुभकामनाएं भी उन्होंने दी।

श्री गिरी ने आगे बताया कि वें संस्थान में स्पोकेन तथा कंप्यूटर की भी शिक्षा देते हैं। साथ ही वे नेतरहाट, नवोदय, सैनिक स्कूल जैसी कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाते हैं । उनके संस्थान से पढें कई बच्चे आज नवोदय, नेतरहाट और सैनिक स्कूल में हैं। फिलहाल वे कई गरीब एवं अनाथ बच्चों को स्कूल एवं कोचिंग संस्थान में निःशुल्क शिक्षा दे रहे हैं। वे पिछले चार वर्षों से लगातार इस क्षेत्र के बच्चों को शिक्षित करने का कार्य कर रहे हैं । उनका एकमात्र उद्देश्य है कि इस क्षेत्र के बच्चों में शिक्षा की लौ घर-घर तक पहुंचे। वे चाहते हैं कि उनके क्षेत्र में गरीबी के कारण कोई अशिक्षित नहीं रहे। वे सभी वर्ग के बच्चों का विकास चाहते हैं। वे हमेशा इस प्रकार के कार्य के लिए तत्पर रहे हैं । उनका उद्देश्य क्षेत्र में शिक्षा के साथ विकास करना है।

उन्होंने कहा कि स्कूल के बच्चों को वे हर वर्ष उनके बौद्धिक क्षमता के विकास के लिए कई स्थानों की टूर भी कराते हैं। जबकि जिला स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा में पास होनेवाले बच्चों को स्कूल की तरफ से विशेष छूट के साथ पुरस्कार भी दी जाती है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए साप्ताहिक प्रतियोगी परीक्षा भी ली जाती है। और जो रैंक में 1- 10तक आते हैं उन्हें पुरस्कार दिया जाता है।

बच्चों के लिए अन्य व्यवस्था के बारे में उन्होंने कहा कि उनके स्कूल में बच्चों के लिए कंप्यूटर,लाइब्रेरी, बॉलीबॉल, क्रिकेट, हॉकी , बैडमिंटन, कैरम बोर्ड, चेस और अन्य खेल की सुविधाएं उनके मानसिक एवं बौद्धिक विकास के लिए देते हैं।

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