BIHAR NATION is a new media venture of journalist Jay Prakash Chandra .This dot-in will keep you updated about crime, politics , entertainment and religion news round the clock.
औरंगाबाद: सूर्यनगरी देव और मदनपुर तालाब में छठ व्रतियों ने दिया अस्ताचल गामी सूर्य को अर्घ्य,जुटी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
जे.पी. चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: बिहार में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा श्रद्धालुओं के द्वारा बड़ी श्रद्घा एवं उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सभी जिलों में महापर्व छठ पुजा के अवसर पर स्थित अर्घ्य घाटों पर विशेष व्यवस्था की गई है।
कुछ इसी तरह की खबर औरंगाबाद जिले के सूर्य नगरी देव से भी है। यहाँ श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ी है। ऐतिहासिक , पौराणिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल देव में लगने वाले चार दिवसीय कार्तिक छठ पूजा के प्रथम दिन नहाय खाय, दूसरा दिन लोहड़ी (खरना) के बाद आज तीसरे दिन अस्ताचल गामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए भारी संख्या में छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा है।
पूरा देव नगरी भगवान सूर्य के जयकारा, छठी मैया के जयकारों से गुंजायमान हो रहा है । लेकिन प्रशासन ने भी सभी तैयारियां कर रखी है। लगभग 7 लाख श्रद्धालुओं के देव में पहुंचने का अनुमान लोगों के द्वारा लगाया जा रहा हैं । इस अवसर पर सुरक्षा के चौक -चौबंद व्यवस्था की गई है।
वहीं आज अर्घ्य का पहला दिन रहा जिसमें सभी छठ व्रतियों के द्वारा अस्ताचल गामी सूर्य को श्रद्धापूर्वक अर्घ्य दिया गया।कुछ इसी तरह के श्रद्धालुओं की भीड़ जिले के मदनपुर प्रखंड स्थित तालाब पर भी देखने को मिला। मदनपुर तालाब पर भी सरस्वती मुहल्ला के सभी सदस्यों के द्वारा तालाब के चारों तरफ सुंदर लाईट की व्यवस्था की गई है और आने-जाने के लिये दो द्वार बनाए गये हैं ।
यहाँ भी छठ व्रतियों ने अस्ताचल गामी सूर्य को अर्घ्य दिया । इस अवसर पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही ।हालांकि मदनपुर प्रशासन ने भी किसी तरह की अप्रिय घटना न घटे पूरी तैयारी कर रखी है। जगह-जगह प्रशासन ने पुलिस की तैनाती कर रखी है।तालाब के बगल में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2 पर भी विशेष व्यवस्था की गई है। प्रशासन दोनों तरफ से आने-जानेवाली गाडि़यों के पास तैनात रही ताकि श्रद्धालुओं को आने – जाने में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े ।
इस मौके पर खुद मदनपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी,अंचलाधिकारी सहित प्रशासनिक पदाधिकारियों ने घूमकर अर्घ्य घाटों का जायजा लिया और कई निर्देश दिये ।