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CM नीतीश कुमार ने कहा- NDA की मीटिंग में वहीं गये जिन्हें उन्होंने निकाला, मुझे INDIA नाम से कोई आपत्ति नहीं

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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट

बिहार नेशन: सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को पटना एयरपोर्ट पर जमकर विरोधियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमलोगों को देखकर एनडीए की मीटिंग की जा रही है। पहले कभी नहीं होती थी। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि बेंगलुरु में 26 विपक्षी दलों की मीटिंग हुई है। एक-दो लोगों के नाम का सुझाव हमने भी दिया था। सभी लोग मीटिंग में थे। मीटिंग में काफी अच्छी बातचीत हुई है। राजगीर में लगने वाले मलमास मेला के कारण हम वहां से जल्दी चल दिये। सबको कह कर हम वहां से निकल गये।

सीएम नीतीश कुमार

नाराजगी को लेकर भाजपा के आरोपों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम क्यों नाराज होंगे। भाजपा को उस मीटिंग से क्या लेना-देना है? लोग तरह-तरह की बातें कह रहे हैं। इसमें कोई खास बात नहीं है। हमको जो कुछ भी कहना था, उसे हमने मीटिंग में कह दिया है।

‘इंडिया’ नाम पर आपत्ति के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमको कोई आपत्ति नहीं है। मीटिंग में इस पर चर्चा हुई है। सभी लोगों के सुझाव पर इस नाम को फाइनल किया गया है। इसके बाद इसे घोषित किया गया। नामकरण से कोई दिक्कत नहीं है। अपना देश इंडिया, भारत ही है। मीटिंग के बाद हमलोगों ने साथ में खाना खाया। इसके बाद प्रेस के साथ मीटिंग होने वाली थी तो हमने कहा कि हमलोगों को जाने दीजिए।

दिल्ली में एन०डी०ए० की मीटिंग को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि एन०डी०ए० की मीटिंग का कोई मतलब नहीं है। स्व0 श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के समय 1999 में एन०डी०ए० बना था। इनलोगों ने कभी एन०डी०ए० की मीटिंग नहीं बुलाई थी, जबकि पहले एन०डी०ए० की हमेशा मीटिंग होती थी। अभी 5 साल तक हमलोग एन०डी०ए० के साथ थे तो भी कोई मीटिंग नहीं हुई। अभी चूंकि हमलोगों ने एक मीटिंग की तो इनलोगों को भी लगा कि एक मीटिंग कर लेते हैं। एन०डी०ए० की मीटिंग में जो लोग शामिल थे उनमें से कई लोगों को आप लोग जानते भी नहीं है। कौन-कौन पार्टी को वे लोग मीटिंग में बुलाये थे? हमलोगों की मीटिंग में जो पार्टियां शामिल थी, वे सभी जानी पहचानी पार्टी हैं। जिनको हम निकाल दिये वे लोग एन०डी०ए० की मीटिंग में गये थे। उन्हें हमने कह दिया था कि हमारी पार्टी को ज्वाइन कीजिए या फिर बाहर जाइये। हम जान रहे थे कि अगर वे 23 तारीख को पटना में हुई मीटिंग में रहते तो सभी खबर वहां के लोगों को दे देते इसलिए हमने कह दिया था कि या तो अपनी पार्टी को मर्ज कीजिए या फिर यहां से जाइये। हमने दो दिनों का उन्हें समय दिया था तो वे चले गये। हमने उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया था। सभी मीडिया पर उनलोगों ने कब्जा कर लिया है। हमलोगों की कम बातें ही मीडिया में चलती है बाकी सभी बातें उनलोगों की ही चलती रहती है। वर्ष 2024 या फिर उससे पहले जब भी लोकसभा का चुनाव होगा तो हमलोग इसमें लगे हुए हैं कि वे लोग सत्ता से हट जायें। उसके बाद आपलोग भी स्वतंत्र हो जाइयेगा। उसके बाद मीडिया के लोग देश की सही बात की चर्चा करेंगे। इससे देश को फायदा होगा। पहले मीडिया का रोल काफी अच्छा रहता था। जब हम एम०पी० थे तो उस समय भी हमलोग मीडिया के लोगों के साथ बैठते थे। सभी लोग काफी खुश होते थे। जब हम एम०एल०ए०, एम०पी० और मंत्री थे तो उस समय के मीडिया की रिपोर्ट को देख लीजिए। यहां भी जब हमें शुरू में सेवा का मौका मिला था तो उस समय का रिपोर्ट आपलोग देख लीजिए। अब कुछ ऐसा रहा नहीं। ये लोग पहले से ही कोशिश कर रहे थे लेकिन तीन-चार सालों से इनका मीडिया पर पूरा कब्जा हो गया है।

वर्ष 2024 में एन०डी०ए० को मिलने वाली चुनौती के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव में एन०डी०ए० को पूरी चुनौती मिलेगी। इसकी भी संभावना है कि सही समय आने पर कुछ और लोग भी विपक्षी गठबंधन में शामिल होंगे। अभी हम उनलोगों का नाम नहीं लेंगे नहीं तो उन पर न जाने क्या-क्या कार्रवाई हो जायेगी। हमलोग मिलकर देश के हित में काम कर रहे हैं। देश का इतिहास ही ये लोग बदल देंगे। आजादी की लड़ाई से इन लोगों का कोई मतलब नहीं था। ये लोग सब कुछ खत्म कर देंगे। ये लोग एक बार भी बापू का नाम नहीं लेते हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के साथ जब हमलोग थे तो कितना अच्छा काम करते थे। ये लोग स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी का भी नाम नहीं लेते हैं। हमारा कोई निजी च्वाइस नहीं है। हमारी कोशिश है कि देश के हित में सभी लोग एकजुट हो जायें। हमारी व्यक्तिगत कोई इच्छा नहीं है। हमलोग केवल देश के हित में बात कर रहे हैं।

भाजपा नेता श्री सुशील मोदी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री सुशील मोदी को जब उनलोगों ने उप मुख्यमंत्री नहीं बनाया तो मुझे दुख हुआ । कोशिश कर रहें ताकि आगे उन्हें मौका मिले। हम उनके खिलाफ कभी नहीं बोलते हैं। वे अंड बंड बोलेंगे ताकि पार्टी में उन्हें कोई जगह मिल जाय। भाजपा ने बिहार में उन्हें क्यों नहीं मौका दिया। वे रहते तो ऐसी नौबत नहीं आती।

‘प्रधानमंत्री कहते हैं कि आपलोग राजद को गाली देते थे लेकिन आज साथ में बैठकर मीटिंग कर रहे हैं, पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी बात ये लोग क्यों बोल रहे हैं? वे लोग भूल गये कि हमलोग वर्ष 2015 में एक साथ लड़कर सरकार बनाये थे। इसके बाद उनलोगों पर केस कर, हमारे पीछे पड़कर, अपने साथ लाये थे, फिर हम वापस आ गये हैं। जो लोग बोलते हैं उनको बोलने दीजिए। जिसको हम अपनी जगह पर मुख्यमंत्री बनाये, उसकी हालत क्या हुई। एक आई०ए०एस० ऑफिसर को हमने कहां से कहां, क्या बना दिया । आज वे अपने को क्या कहते हैं। ऐसे लोगों का क्या कीजियेगा। अनेक लोग इधर-उधर हैं। ये हमारा दुर्भाग्य है। अब हम सभी लोगों की राय से ही काम करते हैं।

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