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औरंगाबाद से दिल्ली में जंतर-मंतर पर पहलवानों के प्रदर्शन को समर्थन देनें पहुंचे कॉंग्रेस नेता धीरेन्द्र सिंह, कहा- ‘बृजभूषण को जेल में डालो’

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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट

बिहार नेशन: यौन उत्पीड़न के आरोप में भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के लिए दबाव बना रहे प्रदर्शनकारी पहलवानों की मांगों को समर्थन देने के लिए बिहार के औरंगाबाद जिले से बिहार प्रदेश किसान प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष धीरेन्द्र कुमार सिंह भी शुक्रवार को दिल्ली स्थित जंतर-मंतर प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे।

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इस दौरान कॉंग्रेस नेता ने जंतर-मंतर पर खिलाड़ियों के प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि जंतर-मंतर पर न कोई जाति है, न मजहब है और न क्षेत्र की दीवारें। पदकों से देश की झोली भर देने वाली बेटियों के हक में पूरे देश की आवाज यहां गूंज रही है। यह आवाज है माफिया बृज भूषण शरण सिंह को जेल की सलाखों के पीछे डालने की।

दिल्ली, जंतर-मंतर

उन्होंने केंद्र की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता में बैठे हुक्‍मरानों को यह बात समझ में नहीं आ रही है कि ताकतवर माफिया बृजभूषण शरण सिंह के यौन शोषण का शिकार हुई महिला पहलवानों का आंदोलन अब हिंदुस्‍तान का आंदोलन बन चुका है। यह कोई सामान्य बेटियां नहीं हैं। देश ने दुनिया के मंच पर इन बेटियों को तिरंगा उठाए देखा है। इन बेटियों के पदक हासिल करते वक्त पूरा देश झूमा है।

कॉंग्रेस नेता धीरेन्द्र सिंह

उन्होंने कहा कि हर बाप ने अपनी बेटी को विनेश फौगाट और साक्षी मलिक जैसा बनाने के सपने देखे हैं। सरकार को यह बात समझ में नहीं आ रही है कि जंतर-मंतर पर आ रहे लोग देश के आक्रोश को वहां सुर देने आ रहे हैं। प्रदेशों की राजधानियों में, शहरों में, हाईवे और गांवों में लोग बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक के समर्थन में बैठे हैं। यह बात जंतर-मंतर पर आने वाला हर शख्स कह रहा है। लोगों में नाराजगी गहरी है।

जंतर-मंतर, दिल्ली

श्री सिंह ने प्रदर्शन स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए कहा कि य‍ह बेटियां हमारी 5000 साल की तहजीब को बचाने निकली हैं। आज इनके खिलाफ अगर आवाज नहीं उठेगी तो न देश में कोई मेडल आएगा और न कोई खिलाड़ी आगे बढ़ेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दलगत भावना से उपर उठकर खिलाड़ियों के लिए न्याय की मांग की और उन्हें चिठ्ठी लिखा। बता दें कि जंतर-मंतर पर धरना शनिवार को 28वें दिन में प्रवेश कर गया है और अबतक इसका कोई समाधान नजर नहीं आया।

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