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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सलैया के पंचायत सरकार भवन में राष्ट्रीय जल मिशन के तहत जल संचयन को लेकर पंचायत के मुखिया मनोज चौधरी द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान पंचायत के मुखिया मनोज चौधरी समेत वार्ड सदस्यों ने जल संचयन की शपथ ली।पंचायत सरकार भवन सलैया में आयोजित इस कार्यक्रम में शपथ लिया गया कि :
* मैं पानी बचाने और उसके विवेकपूर्ण उपयोग की शपथ लेता हूँ/लेती हूँ। मैं यह भी शपथ लेता हूँ/लेती हूँ कि में जल का समुचित उपयोग करूंगा/ करूंगी। तथा पानी की हर एक बूंद का संचयन करूंगा/ करूंगी और ‘कैच द रेन’ अभियान को बढ़ावा देने में पूरा सहयोग दूंगा/ दूंगी।
* मैं पानी को एक अनमोल संपदा मानूँगा/मानूँगी और ऐसा मानते हुए ही इसका उपयोग करूंगा/ करूंगी। मैं शपथ लेता हूँ/लेती हूँ कि में अपने परिवारजनों, मित्रों और पड़ोसियों को भी इसके विवेकपूर्ण उपयोग और उसे व्यर्थ नहीं करने के लिए प्रेरित करूंगा/करूंगी।
यह ग्रह हमारा है और हम ही इसे बचा सकते हैं और अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।
इस अवसर पर मुखिया मनोज चौधरी ने कहा कि आज जिस प्रकार से जल की बर्बादी चारों तरफ की जा रही है उससे भविष्य में पीने का पानी नहीं मिलेगा । हम आनेवाले पीढ़ी को क्या देकर जाएंगे ? क्या हम चाहते हैं कि सभी जल की संकट से जुझे ? अगर जल की संकट से बचना है तो सभी को जागरूक करना होगा। साथ ही आसपास के लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करना होगा। तभी आनेवाले जल संकट के संभावित खतरे से निकल पाएंगे।
मुखिया श्री चौधरी ने आगे कहा कि पृथ्वी पर जीवन की हर गतिविधि के लिए चाहे वह कृषि कार्य हो, पर्यावरण, स्वास्थ्य या औद्योगिक उत्पादन प्रक्रिया सभी कामों के लिए हमें जल की आवश्यकता पड़ती है l जल एक दुर्लभ प्राकृतिक संसाधन है और चिंता की बात यह है कि जल की कमी का संकट भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के करीब सभी देशों में देखा जा रहा है। उन्होंने एक कविता के माध्यम से कहा कि:
कभी जल की महत्ता को, बयां हम कर नहीं सकते l
बिना पानी के जीवन में हम रह नहीं सकते ll
बचाएं नीर की हर बूंद को हम साथ में मिलकर ll
भूखे रह नहीं सकते प्यासे रह नहीं सकते ll
कभी जल की महत्ता को बयां हम कर नहीं सकते l
जल ही जीवन है l दुनिया में 99% पानी महासागरों, नदियों, झीलों झरनों आदि के अनुरूप है l केवल एक से डेढ़ परसेंट पानी पीने और दैनिक क्रियाकलापों को करने के लिए उपयुक्त है l पानी की बचत आज की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है और पानी की कमी पानी के अनावश्यक उपयोग के कारण है l l तापमान में जैसे-जैसे वृद्धि हो रही है भारत के कई हिस्सों में पानी की समस्या विकराल रूप धारण कर रही है ल
आपको बता दें कि राष्ट्रीय जल मिशन (एनडब्ल्यूएम) का मुख्य उद्देश्य ”समेकित जल संसाधन विकास और प्रबंधन के माध्यम से राज्यों के भीतर और बाहर जल के संरक्षण, उसकी न्यूनतम बर्बादी और उसका अधिक समान वितरण करना” है।
वहीं इस मिशन के पांच चिन्हित लक्ष्य है: (क)व्यापक जल डाटाबेस को सार्वजनिक करना तथा जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का आकलन करना;
(ख) जल संरक्षण, संवर्धन और परिरक्षण हेतु नागरिक और राज्य कार्रवाई को बढावा देना;
(ग) अधिक जल दोहित क्षेत्रों सहित कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित करना;
(घ) जल उपयोग कुशलता में 20 प्रतिशत की वृद्धि करना;
(ड.) बेसिन स्तर तथा समेकित जल संसाधन प्रबंधन को बढावा देना।
आपको बता दें कि आज विश्व जल दिवस हर वर्ष 22 मार्च को विश्व स्तर पर मनाया जाता है l विश्व के सभी देशों में स्वच्छ व सुरक्षित जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना ही इसका मुख्य उद्देश्य है I