Bihar Nation
सबसे पहले सबसे तेज़, बिहार नेशन न्यूज़

देव छठ मेला: परिवार ने पुलिसकर्मियों से काफी मिन्नतें की लेकिन उनके कानों पर जूं तक नहीं रेंगी और महिला ने दम तोड़ दिया

0 306

 

जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट

बिहार नेशन: लोक आस्था के महापर्व का भले ही समापन हो गया हो लेकिन इस दौरान कुछ ऐसी घटनाएं बिहार के औरंगाबाद जिले के देव में घटी जो मानवता को शर्मसार करती है। एक श्रध्दालु महिला की मौत केवल इसलिए यहाँ हो गई कि पुलिसवालों ने उसे जाने का रास्ता नहीं दिया। वह महिला 6 किलोमीटर पहले ही गाड़ी रोक देने के कारण पैदल छठ घाट जा रही थी। पटना जिले के नौबतपुर से एयरफोर्स से सेवानिवृत्त हुए जवान की मां ऐतिहासिक धार्मिक स्थल देव में अपने परिवार के साथ छठ करने आई थी। लेकिन तबीयत बिगड़ने के बाद महिला को अस्पताल जाने के लिए रास्ता नहीं मिलने की वजह से उसकी मौत हो गई।

देव सूर्य मंदिर

मृतक महिला एयरफोर्स से सेवानिवृत्त फौजी सुनील कुमार की मां रामपति देवी थी। सेवानिवृत्त फौजी सुनील कुमार ने देव मेले में तैनात पुलिसकर्मियों पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है। पूर्व एयरफोर्स कर्मी सुनील कुमार ने बताया कि मां की जिद्द पर ही देव में पूरे परिवार के साथ छठ करने आए थे। परिवार के सभी सदस्य लोग देव अंबा मुख्य रोड के कनेया मोड़ के पास पहुंचे तो टाटा मैजिक को पुलिसकर्मियों द्वारा रोक दिया गया। इसके बाद आगे पैदल जाने को कहा गया। थोड़ी दूर चलते ही मां की हालत खराब होने लगी।

“मां की जिद पर ही देव में पूरे परिवार के साथ छठ करने आए थे. परिवार के सभी सदस्य लोग देव अंबा मुख्य रोड के कनेया मोड़ के पास पहुंचे तो टाटा मैजिक को पुलिसकर्मियों द्वारा रोक दिया गया। इसके बाद आगे पैदल जाने को कहा गया. जिसके बाद गंतव्य स्थान तक पहुंचने के लिए सभी लोग ड्रॉप गेट से पैदल चलने लगे. लेकिन थोड़ी दूर चलते ही मां की हालत खराब होने लगी।”-सुनील कुमार, बेटा

महिला की हालत बिगड़ने के बाद किसी तरह से एक ठेले का इंतजाम किया गया। उस पर बैठाकर उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन थोड़ी दूर के बाद ठेले को भी रोक दिया गया। परिवार ने पुलिसकर्मियों से काफी मिन्नतें की और अपना परिचय भी दिया। लेकिन पुलिसकर्मियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी और जैसे-तैसे अस्पताल ले जाने के दौरान ही महिला की मौत हो गई।

आपको बता दें कि इस बार लोक आस्था के महापर्व को लेकर देव में काफी श्रध्दालुओं की भीड़ जुटी थी। क्योंकि दो वर्ष के बाद कोरोना संक्रमण की स्थिति सुधरने के बाद इस बार छूट दी गई थी। इस बार के मेले में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखने को मिली। अनुमान के मुताबिक इस बार करीब 20 लाख से अधिक छठव्रतियों ने अर्घ्य दिया ।

Leave A Reply

Your email address will not be published.