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UP के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव ने ली अंतिम सांस, पीएम मोदी और योगी ने जताई संवेदना, कल होगा अंतिम संस्कार 

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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट 

बिहार नेशन: इस वक्त राजनीतिक गलियारे से बड़ी खबर है। काफी समय से बीमार चल रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है। वे 82 वर्ष के थे। उन्हें तबीयत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान सुबह आठ बजकर 16 मिनट पर उन्होंने आखिरी सांस ली

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वहीं, मुलायम के निधन की सूचना मिलते ही सपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई है। बताया जा रहा है कि मुलायम का पार्थिव शरीर मेदांता अस्पताल से सीधे सैफई ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार कल यानि मंगलवार को होगा। अंतिम दर्शन के लिए आज उनका शव सैफई आवास पर रखा जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुग्राम के मेंदाता अस्पताल पहुंचकर मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी है।

वहीं, पीएम मोदी ने मुलायम सिंह के निधन पर अपनी संवेदना जताई है। साथ ही पर उनके साथ अपनी कई तस्वीरें पोस्ट की हैं।उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मुलायम सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। वहीं, यूपी के सीएम योगी ने मुलायम के निधन पर संवेदना जताई है।

अभी जुलाई महीने में मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता का निधन हो गया था। वह फेफड़ों के संक्रमण और अन्य बीमारियों से पीड़ित थीं। उनका भी इलाज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में चल रहा था। मेदांता में ही मुलायम ने भी आखिरी सांस ली है। बता दें, मुलायम सिंह यादव स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से काफी समय से पीड़ित थे। अभी हाल ही में उनको लखनऊ के मेदांता अस्पताल में एडमिट कराया गया था। मुलायम सिंह यादव को पेट दर्द और पेशाब में संक्रमण था। तबीयत में सुधार होने के बाद उनको अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया।

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के बाबा का नाम मेवाराम था। मेवाराम के दो बेटे सुघर सिंह और बच्चीलाल सिंह थे। मुलायम सिंह यादव सुघर सिंह के बेटे थे। मुलायम सिंह यादव कुल पांच भाई थे, जिसमें शिवपाल यादव सबसे छोटे थे। अन्य भाइयों में रतन सिंह, राजपाल सिंह और अभय राम सिंह हैं। प्रो. रामगोपाल यादव मुलायम सिंह यादव के थिंक टैंक कहे जाते थे। रामगोपाल यादव मुलायम सिंह यादव के काफी नजदीक थे। कहा जाता है कि मुलायम सिंह यादव की पीढ़ी में सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे रामगोपाल यादव ही हैं।

आपको बता दें मुलायम सिंह यादव पहली बार 1989 में मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के बने थें। लेकिन 1991 में जनता दल टूट गया और उन्होंने दोबारा फिर 1993 में सरकार बनाई । लेकिन यह सरकार भी बसपा सुप्रीमों मायावती के साथ अनबन के कारण ज्यादा दिन नहीं चल सकी। इसके बाद वे 2003 से 2007 तक मुख्यमंत्री रहे। उन्हें समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता नेताजी कहकर बुलाते थें।

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