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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: औरंगाबाद जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में छः सितंबर को संयुक्त कृषि भवन के सभी कार्यालय का भ्रमण किया गया तथा जिला कृषि कार्यालय, मिट्टी जॉच प्रयोगशाला, माप एवं तौल प्रयोगशाला आदि सभी कार्यालय एवं संयुक्त कृषि भवन, औरंगाबाद के सभागार में कृषि टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन भी किया गया।
सबसे पहले खरीफ आच्छादन के बारे जानकारी प्राप्त की गई। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि 160442 हे0 के विरूद्ध 113260 हे0 (70 प्रतिशत) में रोपनी हुआ है। जो खेत खाली है उसमें आकस्मिक फसल योजना अन्तर्गत फसलो के बीज यथा मक्का 2435 क्विं, अरहर 3450 क्विं0, तोरिया 625 क्वि0, आगात सरसों 240 क्विं, आगात मटर 230 क्विं, भिंडी 06 क्विं0 एंव मुली 01 क्विं0 का बीज वितरण किया जा रहा है।
जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि जिला स्तर के सभी कृषि विभाग के अधिकारी प्रखंड में जाकर इच्छुक किसानों को बीज वितरण करवाना सुनिश्चित करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा की इस खरीफ मौसम में किसी भी प्रखंड में उर्वरकों की कमी नहीं होनी चाहिए तथा किसानों को उचित मूल्य पर यह उपलब्ध हो इसे जिला कृषि पदािधकारी सुनिश्चित करायेंगे।
साथ ही साथ यह भी निर्देश दिया गया कि जिले में किसी प्रकार की कालाबाजारी, जमाखोरी, तस्करी, मुनाफाखोरी नहीं होना चाहिए। जिलाधिकारी ने इसके लिए नियमित रूप से उर्वरक प्रतिष्ठानों पर छापामारी कराने का निर्देष दिया। छापामारी के दौरान पायी गयी अनियमियतता के विरूद्ध छः घंटे के अन्दर कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाय। छापामारी सम्बंधित प्रतिवेदन नियमित रूप से गोपनीय शाखा में उपलब्ध कराना सुनिष्चित करेंगे।
जिला पदाधिकारी के द्वारा किसानों के पटवन हेतु डीजल अनुदान के बारे पृच्छा के क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 अंतर्गत खरीफ मौसम के फसलों में अल्पवृष्टि के कारण सुखाड़ जैसी स्थिति को देखते हुए डीजल चालित पम्पसेट से पटवन करने के लिए सरकार द्वारा किसानों को डीजल अनुदान देने की व्यवस्था की गई है। खरीफ फसलों की डीजल पम्पसेट से सिंचाई के लिए क्रय किये गये डीजल पर 75 रूपये प्रति लीटर की दर से 600 रूपये प्रति एकड़, प्रति सिंचाई डीजल अनुदान दिया जायेगा। धान का बिचड़ा अधिकतम 2 सिंचाई के लिए 1500 रूपये प्रति एकड़ देय होगा। खड़ी फसल में धान, मक्का एवं अन्य खरीफ फसलों के अन्तर्गत दलहनी, तेलहनी, मौसमी सब्जी, औषधीय एवं सुगन्धित पौधे की अधिकतम 3 सिंचाई के लिए 2250 रूपये प्रति एकड़ देय होगा। प्रति किसान अधिकतम 8 एकड़ सिंचाई के लिए देय होगा। अभी तक इस जिले में किसानों के द्वारा 2168 आवेदन ऑन-लाईन किया गया, जिसे कृषि समन्वयकों के द्वारा जॉच किया गया जिसमें 179 आवेदन सही पाया गया एवं 1673 आवेदन गलत होने के कारण रद्द किया गया। जिला कृषि पदाधिकारी के पास प्राप्त 148 आवेदनों को लाभान्वित करने के लिए अग्रसारित कर दिया गया है।
उप निदेशक (भूमि सरंक्षण):- उप निदेशक (भूमि संरक्षण), औरंगाबाद के द्वारा जिला में क्रियान्वित की जा रही विभिन्न भूमि सरंक्षण योजनाओं के प्रगति की समीक्षा के क्रम में जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत जिले के 04 प्रखण्डों में जलछाजन परियोजनाएं संचालित किये जा रहे है। इसके तहत भूमि एवं जल संरक्षण से सम्बंधित छोटी-छोटी योजनाएं जैसे- पक्का चैकडैम, साद अवरोधक बांध, आहर जिर्णेद्धार, निजी तलाबों की खुदाई आदि कार्य पंचायत स्तर पर गठित जलछाजन समितियों के सचिव एवं सम्बंधित पंचायत के पदेन अध्यक्ष के रूप में माननीय मुखिया द्वारा स्थानीय कृषकों की लाभुक समिति के माध्यम से कराया जाता है।
सहायक निदेशक रसायन द्वारा बताया गया कि वर्ष 2022-23 के लिए जिले को कुल लक्ष्य 14500 के विरूद्ध कुल 14500 मिट्टी नमूना जाँच हेतु प्रयोगषाला को प्राप्त हुआ है, जिसमें 4391 नमूनों की जाँच कर कुल 10233 मृदा स्वास्थ्य कार्ड का निर्माण किया जा चुका है। जिसमें से 7256 मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों के बीच वितरीत भी किया जा चुका है। उनके द्वारा बताया गया कि निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत सभी मिट्टी नमूनों की जाँच करते हुए मृदा स्वास्थ्य कार्ड का निर्माण कर वितरीत कर दिया जायेगा।
उद्यान – जिला पदाधिकारी, औरंगाबाद के द्वारा स्ट्राबेरी एवं पान की खेती के बारे पृच्छा किया गया। इस पर सहायक निदेशक, उद्यान द्वारा बताया गया कि पहले सिर्फ कुटुम्बा प्रखंड में ही स्ट्रॉबेरी की खेती होती थी। परन्तु विभाग के द्वारा सभी प्रखंडों में किसानों को जागरूक किया गया। उसके बाद लगभग 04 प्रखंडों में स्ट्राबेरी की खेती किया जा रहा है। साथ ही साथ वितीय वर्ष 2021-22 में औरंगाबाद जिला को 100 युनिट भौतिक लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसके विरूद्ध 79 किसानों को पान की खेती से लाभान्वित किया गया है।
जिला गब्य विकास पदाधिकारी:- जिला गब्य विकास पदाधिकारी के द्वारा बताया गया इस जिले में वितीय वर्ष 2022-23 में अभी तक दुधार मवेशी का 11 यूनिट लाभान्व्ति का लक्ष्य है, जिसके विरूद्ध अभी आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। इस पर जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा लक्ष्य के विरूद्ध व्यापक प्रचार प्रसार कर पारदर्शिता के साथ उपलब्धि करने का निदेश दिया गया।
कार्यपालक अभियंता, सोन उच्च स्तरीय नहर प्रमण्डल, औरंगाबाद- जिला पदाधिकारी द्वारा सोन उच्च स्तर नहर की पृच्छा किया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि अभी पानी की कोई दिक्कत नहीं है। इस पर जिला पदाधिकारी द्वारा निदेष दिया गया कि समय-समय पर मुझे सूचना देते रहीए कि नहरों में पानी क्या स्थिति है, साथ ही साथ अपने अधिनस्थ पदाधिकारियों को क्षेत्र भ्रमण कर नहरो में पानी की व्यवस्था का जायजा लेकर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निदेष दिया गया।
कार्यपालक अभियंता, उतर कोयल नहर प्रमण्डल, नवीनगर- जिला पदाधिकारी द्वारा उतर कोयल नहर प्रमण्डल से पृच्छा किया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि उतर कोयल नहर से जो आच्छादन होता था उसमे 40-50 प्रतिषत आच्छादन हुआ है। तत्काल अभी पानी की कोई दिक्कत नहीं है। उतर कोयल नहर से नवीनगर, कुटुम्बा एवं देव का कुछ क्षेत्र आच्छादित होता है। इस पर जिला पदाधिकारी द्वारा निदेष दिया गया कि समय-समय पर मुझे सूचना देते रहीए कि नहरों में पानी क्या स्थिति है, साथ ही साथ अपने अधिनस्थ पदाधिकारियों को ़क्षेत्र भ्रमण कर नहरो में पानी की व्यवस्था का जायजा लेकर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निदेष दिया गया।
कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई प्रमण्डल, औरंगाबाद- जिला पदाधिकारी लघु सिंचाई से पृच्छा किया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि कुल टयूबेल 119 जिसमें 56 चालु है। इस पर जिला पदाधिकारी द्वारा खेद व्यक्त करते हुए निर्देश दिया गया कि सभी टयूबेल को चालु कराया जाय एवं रख-रखाव सही ढ़ग से किया जाय।
कार्यपाल अभियंता, विधुत प्रमण्डल, औरंगाबाद:- जिला पदाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया कि कृषि फिडर पर बिजली की 16-18 घंटा बिजली उपलब्धता सुनिष्चित किया जाय, ताकि किसानों को पटवन करने में परेशानी का सामना न करना पड़े, साथ ही साथ अपने स्तर से क्षेत्रवार सभी विद्युत अभिंयता को क्षेत्र में रहकर बिजली की व्यवस्था को दुरूस्त रखेंगे।।
जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, औरंगाबाद – जिला पदाधिकारी के द्वारा पंचायत स्तर पर वर्षापात मापी यंत्र के बारे में पृच्छा किया गया। इस पर जिला सांख्यिकी पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि सभी पंचायतों में वर्षा मापी यंत्र लग गया है। परन्तु जो एजेन्सी कार्य कर रही है उनके द्वारा अभी तक हस्तगत नहीं कराया गया है जैसे ही हस्तगत करा देगें वैसे ही पंचायत स्तर पर वर्षा मापी कार्य करना शुरू कर दिया जायेगा।