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Breaking: पटना, गया और औरंगाबाद में कुख्यात नक्सली विजय आर्य के ठिकानों पर NIA की रेड

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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट

बिहार नेशन:  बिहार में नक्सलियों के खिलाफ लगातार कारवाई जारी है। उनके संगठन को कमजोर एवं ध्वस्त करने के लिए कई प्रकार से कारवाई की जा रही है।बिहार में सीबीआई- ईडी के बाद अब एनआईए की टीम पूरी तरह सक्रिय नजर आ रही है।

अब ताजा खबर आ रही है कि शुक्रवार को अहले सुबह एनआइए ने बिहार के तीन शहरों के अलग-अलग जगहों पर एकसाथ छापेमारी शुरू की है। यह छापेमारी माओवादी सेंट्रल कमिटी के सदस्य विजय आर्य के ठिकानों पर की गयी है। यह धावा औरंगाबाद, गया और पटना में एनआइए की टीम ने बोला है और छापेमारी जारी है।

NIA ने विजय आर्य की जिला पार्षद बेटी और पेशे से इंजीनियर बेटे के आवास पर भी छापा मारा है। सूत्रों के मुताबिक, NIA ने अहले सुबह ही छापा मारने की कार्रवाई शुरू कर दी। इससे हड़कंप मच गया। हालांकि, छापे की कार्रवाई पर कोई भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं था। बेउर जेल में बंद विजय आर्य के गया जिले में स्थित करमा के पैतृक आवास और पटना के एजी कॉलोनी में एनआईए टीम ने छापेमारी की है।

बताया जा रहा है कि एजी कॉलोनी में शुक्रवार सुबह तकरीबन 5:30 बजे से छापा मारने की कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। वहीं, विजय आर्य के गया स्थित पैतृक आवास पर सुबह तकरीबन 4 बजे रेड डाली गई। छापेमारी को लेकर कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। हालांकि, सूत्र बताते हैं कि एनआईए ने नक्‍सली गतिविधियों को लेकर यह छापेमारी की है।

25 साल से नक्सली गतिविधियों में शामिल रहे विजय आर्या को इस साल अप्रैल में रोहतास थाना क्षेत्र के समहुता गांव के पास से गिरफ्तार किया गया था। बाद में गिरफ्तार नक्सली के पूर्व आपराधिक रिकार्ड को देखते हुए जिला प्रशासन उसे दूसरे जेल में शिफ्ट कर दिया था। उसके खिलाफ 25 साल में इतने मामले दर्ज किए गए हैं कि जो बताता कि वह किस स्तर का अपराधी रहा होगा, जिसकी जांच के लिए एनआईए की टीम पहुंची है।

बता दें कि औरंगाबाद और गया में सुरक्षा बलों की कारवाई से नक्सलियों के पांव उखड़ते जा रहे हैं। कुछ महीने पहले ही माओवादियों के शीर्ष नेता संदीप यादव की भी मौत हो गई है। जिससे भी नक्सलियों के हौसले पस्त हुए हैं।

नोट: खबर की अपडेट जारी है। बने रहे हमारे साथ

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