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जरूर पढें: यूँ ही नहीं लालू प्रसाद हैं सामाजिक न्याय के पुरोधा, कपड़ा धोनेवाली मुन्नी को दे दिया सबसे बड़ी गिफ्ट
जे.पी.चन्द्रा की विशेष रिपोर्ट
बिहार नेशन: राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव को यूँ ही नहीं सामाजिक न्याय का पुरोधा कहा जाता है। वे जिस कार्य के लिए जाने जाते हैं वह सोमवार को एक बार फिर दिखाई दिया। उन्होंने पार्टी की एक सामान्य सी महिला कार्यकर्ता को एमएलसी का टिकट देकर सभी को चौका दिया। वह महिला दलित समुदाय से आती है। उसके पास रहने के लिए ठीक से न घर है न जमीन । वह और उसका पूरा परिवार पटना में कपड़ा धोकर अपना गुजारा करती है। बता दें कि उस सामान्य महिला और राजद पार्टी की सक्रिय कार्यकर्ता का नाम है मुन्नी रजक। मुन्नी रजक को जब इसकी जानकारी दी गई तो उसे विश्वास ही नहीं हुआ।
मुन्नी देवी नालंदा के बख्तियारपुर की रहने वाली हैं और रजक समुदाय से आती हैं। मुन्नी देवी आरजेडी की पुरानी और जमीनी कार्यकर्ता रही हैं। मुन्नी देवी पार्टी में महिला प्रकोष्ठ की महासचिव के रूप में काम कर रही थीं। सोमवार को जब एमएलसी उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम की घोषणा हुई तो उन्हे यकीन नहीं हुआ।
मुन्नी देवी ने बताया कि एमएलसी उम्मीदवारों की घोषणा के बाद जब पार्टी के लोग मुन्नी देवी के घर पहुंचे तब उन्हें इसकी जानकारी हुई। जिसके बाद वे लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव से मिलने के लिए 10 सर्कुलर रोड राबड़ी आवास पहुंची। मुन्नी देवी ने कहा कि वे और उनका पूरा परिवार लोगों के कपड़े धोकर अपना जीवन यापन करता है, लालू प्रसाद ने एमएलसी का उम्मीदवार बनाकर सम्मान देने का काम किया है। राबड़ी आवास पहुंचने के बाद तेजप्रताप यादव ने भगवत गीता देकर उनका स्वागत किया। मुन्नी देवी के पास कोई साधन नहीं रहने के कारण तेजप्रताप यादव ने अपनी गाड़ी से उन्हें घर तक छोड़ा।
मुन्नी देवी ने लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव का आभार जताते हुए कहा कि लोग लालू यादव पर परिवारवाद करने का आरोप लगाते हैं लेकिन लालू परिवारवाद नहीं बल्कि दलितवाद करते हैं। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद का पूरा परिवार दलितों और गरीबों को सम्मान देने का काम करता रहा है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव लालू यादव के रास्ता पर चलने का काम कर रहे हैं। बिहार की जनता आज भी लालू प्रसाद के साथ है। उन्होंने कहा कि सदन में जाने के बाद वे महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ आवाज उठाने का काम करेंगी
वही सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस दौर में मुन्नी देवी के पास स्वयं का मोबाइल फोन भी नहीं है। MLC प्रत्याशी बताती हैं कि जब उन्हें पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास से खबर आई तथा घर के भीतर बुलाया गया, तो वह बहुत डर गई थीं। मुन्नी देवी कहती हैं कि उनके डर का कारण दरअसल ये था कि उन्हें लग रहा था कि उन्होंने कोई गलत काम किया है, जिसकी वजह से उन्हें डांटने के लिए राबड़ी आवास के भीतर बुलाया जा रहा है, लेकिन ऐसा नहीं था। मुन्नी देवी जैसे ही राबड़ी आवास के भीतर गईं, तो उनके साथ वह हुआ जो उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था।
दरअसल, घर के भीतर पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद, राबड़ी देवी खुद, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तथा उनके बड़े भाई और MLA तेज प्रताप यादव उपस्थित थे। उन्होंने मुन्नी देवी से कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के ओर से वह MLC की प्रत्याशी घोषित की गई हैं। मुन्नी देवी ने MLC प्रत्याशी का टिकट पाने के बाद मीडिया से कहा, “लालू परिवार के सभी सदस्यों को धन्यवाद। जब मुझे राबड़ी देवी के आवास बुलाया गया था, तो मैं डर गई थी तथा मुझे टांगकर सब लोग वहां ले गए, लेकिन सभी ने एक गरीब कपड़े धोने वाली को बहुत बड़ा तोहफा दिया है।”
मालूम हो कि सोमवार को राजद ने विधानपरिषद के 7सीटों के लिए होनेवाले चुनाव के लिए अपने तीन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। राष्ट्रीय जनता दल ने मो. कारी सोहैब, मुन्नी देवी और अशोक कुमार पांडेय को एमएलसी का उम्मीदवार बनाया है। वहीं ये तीनों सीट जीतना लगभग तय माना जा रहा है। बता दें कि 20 जून को चुनाव होना है। इस फैसले से लालू प्रसाद ने एक बार फिर से पार्टी के कार्यकर्ताओं का दिल जीत लिया है। जो कहते थे कि अब राजद अमीरों की पार्टी बन गई है। लेकिन बता दें को लालू प्रसाद यादव हमेशा से चौकाने वाले फैसले लेने के लिए ही जाने जाते हैं ।