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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव सजायाफ्ता हैं । हाल ही में वे पैरोल पर बाहर आये थे। लेकिन फिर एक नये मामले में सजा सुनाये जाने के बाद जेल चले गये । अब खबर आ रही है कि उनकी तबियत एक बार फिर बिगड़ गई है। वे पहले रिम्स अस्पताल में भर्ती थे। लेकिन अब उन्हें एम्स दिल्ली में तबीयत बिगड़ने पर रेफर कर दिया गया है।
चारा घोटाले में सज़ायाफ्ता, राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबीयत काफी खराब है। डोरंडा कोषागार से करीब 139.35 करोड़ अवैध निकासी के मामले में रांची की सीबीआई कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया था। साथ ही, 21 फरवरी को उन्हें पांच साल की सजा सुनाई गई थी। मगर उनके खराब स्वास्थ्य को देखते हुए जेल प्रशासन ने उन्हें रिम्स अस्पताल पेइंग वार्ड में भर्ती करवाया था। लालू के वकीलों ने ट्रायल कोर्ट के सामने अर्ज़ी दी थी कि उनहे होटवार जेल के बजाय, खराब स्वास्थ्य को देखते हुए रिम्स के पेइंग वार्ड में रहने के लिए परमिट किया जाए।
डॉक्टरों की टीम यूं तो लगातार लालू की सेहत पर नजर बनाए थी, लेकिन डॉक्टरों की मानें तो लालू प्रसाद यादव का क्रिएटनिन लेवल 4.1 से बढ़कर 4.6 हो गया है। उनके गिरते स्वास्थ्य को देखते हुए, रिम्स के मेडिकल बोर्ड ने एक बैठक बुलाई। मेडिकल बोर्ड के वरीय चिकित्सक ने उन्हें दिल्ली के एम्स रेफर कर दिया, जिसके बाद जेल प्रशासन के आदेश के बाद उन्हें एम्स के लिए भेज दिया गया है। डॉक्टर्स का कहना था कि वो कोई भी इमरजेंसी की स्थिति आने नहीं देना चाहते थे।
लालू प्रसाद यादव पहले भी रिम्स में इलाज करवा चुके हैं और इसके पहले भी रिम्स के चिकित्सकों ने उन्हें एम्स भेजा था। इस बार डॉक्टरों की मानें तो लालू प्रसाद यादव डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हृदयरोग, किडनी की बीमारी, किडनी में स्टोन, तनाव, यूरिक एसिड का बढ़ना, प्रोस्टेट का बढ़ना, दांत में परेशानी, दाहिने कंधे की हड्डी में परेशानी, पैर की हड्डी की समस्या, आंख में दिक्कत और किडनी की फोर्थ स्टेज पर आने की समस्याओं से जूझ रहे हैं।
इधर मंगलवार को झारखंड विधानसभा पहुंचे राजद के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने कहा कि हमलोगों ने पहले ही कहा था कि उन्हें बेहतर इलाज के लिए बड़े संस्थान में भेजने की जरूरत है। अब उम्मीद है कि वे जल्द ही स्वस्थ्य होकर हमलोगों के बीच लौटेंगे ।