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औरंगाबाद के टॉप भाकपा माओवादियों प्रमोद मिश्रा,अनिल यादव और नक्सली कमांडर संदीप यादव के खिलाफ NIA टीम की छापेमारी जारी
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: अब औरंगाबाद जिले में नक्सलियों की खैर नहीं है। प्रशासन लगातार इनके ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। अब खबर है कि एनआईए की टीम भाकपा माओवादी के कुख्यात दो नक्सलियों के कई ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। एनआईए की टीम ने भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो सदस्य प्रमोद मिश्रा और कुख्यात नक्सली कमांडर संदीप यादव के खिलाफ कारवाई तेज कर दी है। इस बारें में जिले के एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि दोनों नक्सलियों के खिलाफ विभिन्न जगहों पर छापेमारी की जा रही है।
इस छापेमारी में दाउदनगर एसडीपीओ गौतम शरण ओमी के साथ-साथ दाउदनगर एसडीपीओ व अन्य अधिकारियों को लगाया गया है। औरंगाबाद- गया के सीमावर्ती इलाका मदनपुर थाना क्षेत्र के पचरुखिया जंगल में लगातार मुठभेड़ हुई है। इधर शनिवार की सुबह से ही नक्सल इलाके पर हेलीकॉप्टर की मदद से नजर रखा जा रहा है। दो से तीन हेलीकॉप्टर को आसमान में उड़ते हुए देखा गया है। पुलिस सूत्रों से पता चला कि औरंगाबाद -गया के सीमावर्ती इलाके में चौपर से स्पेशल टीम को उतारा गया है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक नक्सलियों के संबंधित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
मालूम हो कि प्रमोद मिश्रा पर नक्सली घटनाओं को अंजाम देने के कई मुकदमे दर्ज हैं। 50 से अधिक मुकदमे उन पर दर्ज हुए थे। पूर्व में वे कई सालों तक जेल में रहे थे। जेल से छूटने के बाद वे अपने गांव में ही पर्णकुटी नाम से एक आश्रम बनाकर रह रहे थे। बाद में वह अचानक गायब हो गए। पुलिस टीम ने उनकी खोजबीन शुरू की तो पता चला कि वे नक्सली संगठन में चले गए हैं।
वहीं अनिल यादव भी कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है। गोह प्रखंड के जाजापुर में बेस कैंप पर हमला करने और हथियार लूटने की एक घटना घटित हुई थी, जिसमें अनिल यादव की भूमिका होने की बात सामने आई थी। उस पर विभिन्न थानों में मुकदमे दर्ज हैं।
आपको बता दें कि जिले में हाल के दिनों में नक्सलियों की गतिविधियां तेज हो गई है। नक्सली लगातार किसी न किसी घटना को अंजाम दे रहे हैं चाहे वह सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने का मामला हो या फिर किसी की हत्या का। अपनी खौफ पैदा करने के लिए सरकारी भवनों को भी बम विस्फोटक से उड़ा दे रहे हैं । अगर देखा जाय तो जनवरी से अबतक तीन मुठभेड़ भी पुलिस और नक्सलियों के बीच हो चुकी है।