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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: कोरोना संक्रमण ने पुरे देश की सभी व्यवस्थाओं को नुकसान पहुंचाया है। सभी शिक्षण संस्थान से लेकर कोर्ट के मामले भी पूरी तरह से अभी तक नहीं खुल सके हैं । पटना हाई कोर्ट में भी फिजिकल माध्यम से सुनवाई कब होगी यह तय नहीं हुआ है। इसका फैसला दशहरा की छुट्टियों के बाद तय होगा ।
इसकी जानकारी खुद पटना हाई कोर्ट प्रशासन ने नोटिस जारी कर दी है। पटना हाईकोर्ट प्रशासन ने फिजिकल माध्यम से सुनवाई शुरू करने की प्रक्रिया 20 अक्टूबर, 2021 को कोरोना की स्थिति का जायजा लेने के बाद शुरू करने की बात कही है।
साथ ही यह भी निर्णय लिया जाएगा कि फिजिकल कोर्ट की कार्यवाही किस हद तक संभव होगी और इसे किस प्रकार चलाया जा सकेगा।
मालूम हो की पटना हाईकोर्ट मार्च 2020 से मुकदमों की सुनवाई आनलाइन कर रहा है। कई बार बिहार स्टेट बार काउंसिल एवं अधिवक्ता संघों के प्रतिनिधियों ने हाईकोर्ट प्रशासन से फिजिकल कोर्ट शुरू करने का अनुरोध किया है लेकिन इसपर कोई फैसला नहीं लिया गया।
चार जनवरी 2021 से पटना हाईकोर्ट को हाइब्रिड रूप से शुरू किया गया था लेकिन मार्च 2021 में करोना के बढ़ते मामलों की वजह से आनलाइन सुनवाई चल रही है।
एडवोकेट एसोसिएशन के महासचिव शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बिहार में कोरोना मामले कम होने पर हाईकोर्ट में फिजिकल सुनवाई शुरू करने की गुहार मुख्य न्यायाधीश से लगाई थी, लेकिन नोटिस से साफ हो गया कि इस मामले पर 20 अक्टूबर के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के बाद से हाई कोर्ट में सुनवाई फिजिकल माध्यम से बंद पड़े हैं । जबकि कई बार वकीलों ने इसे शुरू करने की माँग की है। अधिवक्ताओं का कहना है कि फिजिकल माध्यम से मुकदमे की सुनवाई न होने से उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। जब सभी संस्थानों को फिजिकल रूप से खोला जा रहा है तो फिर हाई कोर्ट क्यों नहीं खुल सकता है।