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जानिये क्या है पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग की योजना,कब होगा चुनाव
सभी जिलों को 15 जुलाई से पहले ईवीएम मंगाने का टास्क दिया गया था. आयोग ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों से ईवीएम का एफएलसी शुरू कराने की तैयारियों पर रिपोर्ट तलब किया था
जे.पी.चन्द्रा की विशेष रिपोर्ट
बिहार नेशन: बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर सबकी निगाहें तारीखों पर टिकी हुई हैं. सभी इस इन्तजार में हैं कि कब पंचायत चुनाव के तारीखों का एलान राज्य निर्वाचन आयोग करता है.लेकिन त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सारी तैयारियों पर बाढ़ ने रोक लगा दी है. इस स्थिति में आयोग अब पंचायत चुनाव के लिए 15 अगस्त के बाद ही यारीखों का एलान करने की तैयारी कर रही है. अगर इसके पीछे की वजह की बात करें तो उत्तर बिहार के लगभग 10 जिले बाढ़ की चपेट में हैं.इस कारण से तैयारियां भी प्रभावित हुई हैं. बता दें कि 30 विभिन्न राज्यों से मंगाई गई इवीएम का व्योरा गुरुवार से जिलेवार जुटाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
गौरतलब है कि सभी जिलों को 15 जुलाई से पहले ईवीएम मंगाने का टास्क दिया गया था. आयोग ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों से ईवीएम का एफएलसी शुरू कराने की तैयारियों पर रिपोर्ट तलब किया था. इसके साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा 10 चरणों में प्रखंडवार चुनाव कराने को लेकर भेजे गए प्लान की बारीकी समीक्षा के बाद आयोग सरकार से अनुमति लेने की तैयारी में जुटा है.
लेकिन पेंच बस बाढ़ प्रभावित जिलों को लेकर फंसा है. हालांकि शिक्षक नियोजन और ऑनलाइन शिक्षकों के तबादले को लेकर भी आयोग को सरकार से हरी झंडी मिलने का इंतजार है. इस बीच नौकरशाही में चर्चा है कि आयोग सितंबर के दूसरे हफ्ते में नामांकन का कार्यक्रम जारी करेगा. वहीं, अक्टूबर के पहले हफ्ते में चुनाव का सिलसिला शुरू हो जाएगा.
आपको बता दें कि बिहार में लगभग 2.5 लाख पदों के लिए पंचायत चुनाव होना है. लेकिन इसमें सभी पदों के लिए इवीएम का प्रयोग नहीं किया जाएगा. मात्र पंचायत प्रतिनिधियों के 4 पदों के लिए ही इवीएम का प्रयोग किया जाएगा जबकि पंच और सरपंच के चुनाव मतपत्र से ही होगा. यह भी बता दें कि चुनाव की तारीखों का एलान भले ही अभी आधिकारिक रूप से न हुई हो लेकिन संभावित पंचायत प्रतिनिधियों का मिलना जुलना अपने क्षेत्र के लोगों से लगातार जारी है.