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पंचायत चुनाव: इस बार पर्चा भरने के लिए 1 सप्ताह तथा स्क्रूटनी एवं नाम वापसी के लिए इतने दिनों का समय मिलेगा
फिलहाल आयोग के स्तर पर 10 चरणों में पंचायत चुनाव कराने की तैयारी चल रही है. आयोग ने जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को आगाह किया है
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: बिहार में पंचायत चुनाव की सरगर्मियां धीरे –धीरे तेज होने लगी है. इस बारे में राज्य निर्वाचान आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन किया जाय. जानकारी के मुताबिक़ राज्य निर्वाचन आयोग 15 जुलाई तक पंचायत चुनाव के तारीखों का एलान भी कर सकता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ निर्वाचन आयोग ने सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को 10 चरणों में चुनाव कराये जाने की बात को ध्यान में रखकर सभी जिलाधिकारियों से 4-5 दिनों में चुनाव की योजना भेजने का निर्देश भी दिया है.
फिलहाल आयोग के स्तर पर 10 चरणों में पंचायत चुनाव कराने की तैयारी चल रही है. आयोग ने जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को आगाह किया है कि चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मियों को अनिवार्य रूप से कोरोना का वैक्सीन लगवाया जाए. साथ ही चुनाव कार्य में लगाए जाने वाले कर्मियों का कोरोना जांच भी हर हाल में सुनिश्चित करने का निर्देश आयोग द्वारा दिया गया है. सरकारी कर्मचारियों के साथ ही मतदाताओं को भी कोरोना का वैक्सीनेशन बड़े पैमाने पर कराने का निर्देश सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिया गया है.
गौरतलब है कि बिहार में 5 करोड़ से अधिक मतदाता इस बार पंचायत चुनाव में उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. त्रिस्तरीय पंचायतों के साथ-साथ ग्राम कचहरियों के चुनाव में इस बार प्रत्याशियों को पर्चा भरने के लिए 1 सप्ताह का समय मिल सकेगा. 3 दिनों में स्क्रूटनी का काम हो जाएगा, जबकि 2 दिनों का समय नाम वापसी के लिए तय किया गया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ इस बार पंचायत प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार के लिए दो सप्ताह से अधिक का समय नहीं मिल सकेगा. बता दें कि इस बार मतदान इवीएम से कराया जाएगा. वहीं मतदान के तीसरे दिन मतगणना की व्यवस्था की जाएगी. आपको बता दें कि बिहार में फिलहाल पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल ख़त्म हो चुका है. फिलहाल विकास के कार्य परामर्शी समिति के माध्यम से कराई जा रही है.