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उत्तरी उमगा पंचायत: अंजनवां गांव में वार्ड सचिव के चुनाव में वार्ड सदस्य की जगह पहुंचा पति, उसके व्यवहार से ग्रामीण भड़के और नहीं हुआ चुनाव
बिहार नेशन: बिहार में पंचायती राज के तहत फिलहाल सभी पंचायतों में वार्ड सचिव का चयन किया जा रहा है। लेकिन इसमें कई बाधाएं आ रही हैं। ग्राम सभा में प्रत्याशी के चयन के दौरान मारपीट तक की नौबत आ जा रही है। कुछ ऐसा ही मामला जिले के मदनपुर प्रखंड अंतर्गत उत्तरी उमगा पंचायत के अंजनवां ग्राम से भी है जहाँ बुधवार को वार्ड सचिव पद के चयन के दौरान खूब तू-तू मै हुई ।
दरअसल इस गांव में वार्ड संख्या -08 के तहत वार्ड सचिव का चुनाव होना था। चुनाव के लिए सभा स्थल अंजनवां स्कूल को रखा गया। सभा की कार्यवाही दिन में करीब 2:00 बजे शुरू हुई । लेकिन यहाँ मामला तब गरम हो गया जब वार्ड सदस्य रानी कुमारी के पति संजय साव इस बात पर अड़ गये कि चुनाव लॉटरी सिस्टम से होगा वर्ना नहीं होगा। इसी बात पर उपस्थित ग्रामीण उतेजित हो गये और मामला हाथापाई तक जा पहुंची। इसके बाद किसी तरह ग्रामीणों द्वारा बीच-बचाव के बाद मामला शांत हुआ । लेकिन वार्ड सदस्य रानी कुमारी के पति संजय साव ने कहा कि अब चुनाव नहीं होगा और वे घर चले गये । इसके बाद चुनाव के लिए उपस्थित पदाधिकारी भी चले गये । वहीं ग्रामीण इस बात पर अङे रहे कि चयन वोटिंग से होना चाहिए ।
लेकिन इस वार्ड के ग्रामीणों का आरोप है कि वार्ड सदस्य हमलोगों की रानी कुमारी हैं तो ये संजय साव कौन होते हैं चुनाव न होने देने की धमकी देनेवाले । इनलोगों ने मांग की कि हमलोगों ने जिस वार्ड सदस्य को जिताकर भेजा है उसे यहाँ रहना चाहिए, न कि उसके पति को । वहीं इस बात को लेकर पदाधिकारियों से भी वार्ड की जनता नाराज दिखी।
खैर चुनाव को टाल दिया गया है। लेकिन यहाँ सवाल यह उठता है कि पंचायती राज मंत्रालय का यह सख्त निर्देश है कि सभा की कार्यवाही में केवल जो प्रतिनिधि हैं वही भाग लेंगे तो फिर प्रतिनिधि पति कैसे जिम्मेवारी तय करने लगें कि चुनाव नहीं होगा। खैर इसपर ऊंच्च स्तर के पदाधिकारियों को भी संज्ञान लेना चाहिए और लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों पर जांच कर कारवाई होनी चाहिए । इसकी चर्चा जनता के बीच भी है।