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जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
बिहार नेशन: औरंगाबाद जिले के दाऊदनगर थाना क्षेत्र में दारोगा पर किये गये जानलेवा हमले में पुलिस ने सात महिला समेत 16 को गिरफ्तार किया है। यह घटना थाना क्षेत्र शमशेरनगर पीड़ी पर टोला की है। इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई है। सभी गिरफ्तार महिला-पुरुष को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया है। इनके अतिरिक्त चार माह का एक बच्चा भी अपनी मां के साथ जेल जाने वालों में शामिल है।
जानकारी के अनुसार इस मामले में बालू घाट संख्या-24 पर हुई हत्या मामले के अनुसंधानकर्ता अरविंद कुमार सिंह द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि 22 जनवरी की रात नान्हू बिगहा गांव में हुई हत्या के मामले में दर्ज कांड के अनुसंधान के क्रम में तकनीकी सेल औरंगाबाद द्वारा जानकारी दी गई कि घटनास्थल पर दो मोबाइल का लोकेशन पाया।
उक्त मोबाइल धारक रवि कुमार और विकास पासवान से पूछताछ करने के लिए कृष्ण बल्लभ कुमार सिंह, सिपाही आदित्य आनंद, सुनील कुमार, विशेश्वर कुमार, नग नारायण कुमार, रितु कुमारी, वर्षा कुमारी और चौकीदार मोतीलाल सिंह के साथ करीब 5.30 बजे गए। रवि कुमार को घर पर मौजूद पाया। पूछताछ हेतु सहयोग करने को कहा। इसी दौरान वह हंगामा करते हुए गाली देने लगा लगा। घर एवं आसपास के लोग एकत्रित हो गए और इसका विरोध करने लगे। काफी संख्या में भीड़ एकत्रित हो गई। ऐसा लगने लगा कि भीड़ उग्र रूप धारण कर सकती है तब थानाध्यक्ष को सूचित किया गया।
सात बजे थानाध्यक्ष शशि कुमार राणा, पुअनि वीरेंद्र कुमार पासवान, हसपुरा के थानाध्यक्ष मनोज कुमार, ओबरा के पुलिस अधिकारी उमेश प्रसाद यादव सशस्त्र बल एवं सरकारी वाहन के साथ शमशेरनगर रवि कुमार के घर पहुंचे। थानाध्यक्ष ने रवि कुमार से सहयोग का अनुरोध किया। इसी क्रम में रवि एवं विकास उर्फ विशाल के समर्थक एकत्रित हो गए।
इसी बीच रवि और विशाल के साथ अन्य ग्रामीणों ने डंडा से पुलिसकर्मियों की पिटाई करना शुरू कर दिया। कई पुलिसवाले घायल हुए। इस क्रम में रविंद्र पासवान एवं जितेंद्र पासवान भीड़ को उकसाते हुए बोले कि- देखते क्या हो सभी पुलिस वालों को मार कर फेंक दो। इसी क्रम में छत के ऊपर से धर्मेंद्र पासवान की पत्नी पूनम देवी ने लोहे का बड़ा क्राउन दारोगा वीरेंद्र कुमार पासवान के सिर पर फेंक दिया जिससे घायल हो गए। खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर गए। तब अतिरिक्त बल द्वारा खदेड़ कर उपद्रवी और मारपीट कर रहे नौ व्यक्तियों को पकड़ा गया। 50-55 की संख्या में लोग मौजूद थे। जिनका नाम पता मालूम नहीं है।
पुलिस का दावा है कि वे चेहरा से इन्हें पहचान सकते हैं। टेल क्राउन को पुलिस ने जब्त कर लिया है। बीरेंद्र कुमार पासवान को अरविंद हॉस्पिटल में इलाज कराने के बाद पटना रेफर किया गया है। दारोगा वीरेंद्र पासवान के अलावा ओबरा के पुलिस अधिकारी उमेश प्रसाद यादव, कृष्ण बल्लभ कुमार सिंह, महिला सिपाही वर्षा कुमारी एवं रितु कुमारी घायल हुए हैं। मामले में शमशेर नगर पीड़ी पर निवासी वृजा पासवान, वीरेंद्र पासवान, रविंद्र पासवान, विशाल कुमार, जितेंद्र कुमार, रवि पासवान, पवन कुमार एवं धर्मेंद्र कुमार के साथ अरवल जिले के मेहंदिया थाना के कुंडी कुटी निवासी राहुल कुमार को गिरफ्तार किया गया है। इनके अलावा सिंधु कुमारी, आरती देवी, मंजू देवी, नीतू कुमारी, पूनम देवी, नीलम कुमारी एवं तेतरी देवी को गिरफ्तार किया गया है।
सभी महिला शमशेर नगर के पीड़ी निवासी बताए गए हैं। इनके वाला 50 से 55 अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
आपको बता दें कि शमशेर नगर पंचायत के नान्हू बिगहा स्थित बालू घाट संख्या-24 पर वर्चस्व की लड़ाई को लेकर 21 जनवरी की गोलीबारी हुई थी। कैमूर के मोहनियां निवासी अनिल कुमार गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रोहतास जिले के बघेला गांव निवासी आनंद कुमार सिंह उर्फ मुन्ना सिंह गोली लगने से घायल हो गए थे। इलाज निजी क्लीनिक में चल रहा है। हमलावर तीसरे मुंशी की पिटाई कर 80,000 रुपये लूट कर ले गए थे। आनंद कुमार सिंह के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। घाट संख्या 26 के संचालक भोजपुर जिला के कोईलवर थाना के सकड़ी गांव के निवासी रंजन सिंह और दाउदनगर में मगध होटल के संचालक मुन्ना शर्मा को नामजद आरोपित बनाया गया है।
मामले में पुलिस ने जहां रंजन सिंह को केशव बाजार बारुण से गिरफ्तार किया है वहीं मुन्ना शर्मा की गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्रभारी एसडीपीओ नव वैभव ने बताया कि सूचना संकलन के आधार पर कार्रवाई की जा रही है।
दारोगा वीरेंद्र पासवान दाउदनगर थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र पासवान पटना में एक अस्पताल में जीवन और मौत से जूझ रहे हैं। उनके सिर में गंभीर चोट लगी है। सूत्रों के अनुसार इनका आपरेशन किया जाना है। अभी आपरेशन के लिए अनुकूल परिस्थिति की प्रतीक्षा की जा रही है। बताया गया कि दो से तीन दिन की प्रतीक्षा के बाद ही आपरेशन हो सकेगा। उनको लेकर नकारात्मक अफवाह उड़ाई गई लेकिन वे अस्पताल में इलाजरत हैं। उनके परिवार पर गंभीर संकट आ गया है।
बता दें कि गंभीर रूप से घायल दारोगा के पुत्री की शादी 16 फरवरी को ही होना है। जबकि 9 फरवरी को तिलक समारोह है। परंतु परिवार पर दुःख का पहाड़ टूट पड़ा है।
उन्होंने अपनी बेटी की शादी दाउदनगर प्रखंड के रेपुरा गांव में तय कर रखा था।