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कांग्रेस के 19 में से 13 विधायक टूट सकते हैं कभी भी,जेडीयू-बीजेपी जुटी है इस रणनीति में,समझें खेला
बिहार में जोड़-तोड़ की राजनीति तेज हो गई है. एक तो बिहार का राजनीतीक तापमान लोजपा में टूट की ख़बरों के कारण पहले से ही बढ़ा हुआ था.लेकिन अब एक
जे.पी.चन्द्रा की एक्सक्लूसिव खबर
बिहार नेशन: बिहार में जोड़-तोड़ की राजनीति तेज हो गई है. एक तो बिहार का राजनीतीक तापमान लोजपा में टूट की ख़बरों के कारण पहले से ही बढ़ा हुआ था.लेकिन अब एक और राजनीतिक गलियारे से चौकानेवाली खबर सामने आ रही है. अब खबर है कि कांग्रेस के कई विधायक भी अपना पाला बदल सकते हैं. लोजपा में टूट के बाद कांग्रेस की चिंता भी बढ़ गई है. राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा खूब है कि कांग्रेस विधायकों को तोड़कर एनडीए में करने की खूब कोशिश की जा रही है.
इस कार्य में न केवल जेडीयू बल्कि बीजेपी भी खूब जोर-शोर से जुटी है. दोनों अपनी-अपनी रणनीति बनाने में लगे हैं और इस पर कार्य कर रहे हैं. इस बात की भी खूब चर्चा है कि कांग्रेस के कुछ विधायक पाला बदलने को भी तैयार हैं और जेडीयू का दामन थाम सकते हैं. अगर इस बात में थोड़ी भी सच्चाई है तो फिर बिहार में कांग्रेस पार्टी में भारी टूट देखने को आनेवाली दिनों में मिल सकती है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के कई नेताओं ने इसपर जेडीयू के नेताओं से बात भी की है.
बात यहाँ यह भी निकलकर सामने आ रही है कि ये कांग्रेस के विधायक बस अपनी संख्या बल का इन्तजार कर रहे हैं. बिहार में पार्टी के 19 विधायक हैं जिसमें तेरह कभी भी मोर्चा खोल सकते हैं. ये पार्टी हाईकमान से काफी नाराज हैं. ये नाराज विधायक कब से प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की मांग कर रहे हैं. लेकिन इनकी बातों पर कोई ध्यान शीर्ष नेतृत्व नहीं दे रहा है. ये चुनाव के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष बदलने की मांग कर रहे हैं. अब ऐसे में कांग्रेस की चिंता लोजपा प्रकरण से बढ़ना लाजमी हैं.
बताया जा रहा है कि ये सभी विधायक जेडीयू के वरिष्ठ नेता एवं लोकसभा में पार्टी के संसदीय दल के नेता ललन सिंह एवं राज्य सरकार में मंत्री अशोक चौधरी के करीबी हैं . लेकिन समस्या यह आ रही है कि कांग्रेस के इन बिधायकों को तोड़ने के लिए कम से कम दो तिहाई बहुमत की जरूरत होगी. इस स्थिती में कम से कम 13 विधायक चाहिए. लेकिन अभी 11 विधायकों के ही सम्पर्क में आने की खबर आ रही है. इन सभी विधायको के जेडयू में जाने की संभावना है.
आपको बता दें कि अभी बिहार में जेडीयू के पास 46 ,बीजेपी के पास 71,कांग्रेस के पास 19 और राजद के पास 75 विधायक हैं. राज्य में 127 सीटों के साथ एनडीए की बहुमत वाली सरकार है. इसमें मांझी की पार्टी ‘हम’ के 4 और मुकेष सहनी की पार्टी वीआईपी के चार विधायक हैं.